विकास प्राधिकरण के विरोध में दिया धरना
अल्मोड़ा में पर्वतीय क्षेत्रों में जिला विकास प्राधिकरण की व्यवस्था समाप्त करने की मांग को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति ने मंगलवार को गांधी पार्क में धरना दिया।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पर्वतीय क्षेत्रों में जिला विकास प्राधिकरण की व्यवस्था समाप्त करने की मांग को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति ने मंगलवार को गांधी पार्क में धरना दिया तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही प्रदेश सरकार से इस जनविरोधी व्यवस्था को समाप्त करने की मांग उठाई। साथ ही जल्द मांग पूरी न होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
समिति के प्रवक्ता राजीव कर्नाटक ने कहा कि स्थानीय लोग संघर्ष समिति के बैनर तले विगत तीन वर्षो से इस इस जनविरोधी निर्णय को वापस लेने की मांग सरकार से कर रहें हैं पर सरकार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण लागू होने से सबसे ज्यादा फजीहत मध्यमवर्गीय व आíथक रूप से कमजोर लोगों को हो रही है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर विकास प्राधिकरण व्यवस्था से भवन निर्माण में काफी कमी आई है वहीं दूसरी ओर भवन निर्माण संबंधी रोजगार करने वाले सभी लोगों के रोजगार पर भी इसका विपरीत असर पड़ा है। कहा कि एक ओर सरकार स्वयं पलायन को रोकने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण लागू कर पलायन जैसी गंभीर समस्या को जन्म दिया जा रहा है। इस अवसर पर समिति के सचिव हर्ष कनवाल ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति इतनी विपरीत है कि यहां पर जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को लागू किया जाना तर्कसंगत नहीं है। इस दौरान हुई सभा की अध्यक्षता महेश आर्या तथा संचालन दीपांशु पांडे ने किया। धरने पर अख्तर हुसैन, पूरन चंद्र तिवारी, ब्रह्मानंद डालाकोटी, महेश चन्द्र आर्या आदि मौजूद रहे।