'बाबा' के बाद अब 'काला' के लिए परमहंस की शरण
जगत सिंह रौतेला, द्वाराहाट 'बाबा' की सफलता के बाद सिने अभिनेता रजनीकात अब अपनी 'काला' फिल्म
जगत सिंह रौतेला, द्वाराहाट
'बाबा' की सफलता के बाद सिने अभिनेता रजनीकात अब अपनी 'काला' फिल्म की कामयाबी के लिए एक बार फिर अपने गुरु परमहंस योगानंद की शरण ली है। माना जा रहा है कि आगामी जुलाई में रिलीज होने जा रही 'काला' फिल्म की सफलता के लिए रजनीकात योगदा आश्रम पहुंचे हैं। इस फिल्म में वह मुख्य भूमिका में हैं। सिने अभिनेता के दामाद धनुष के वंडरवार प्रोडक्सनस के लिऐ फिल्माई जा रही है।
दरअसल, देवभूमि के द्वाराहाट स्थित योगदा आश्रम से ही रजनीकात ने आध्यात्मिक व क्त्रिया योग को अपने जीवन की सफलता का सबसे बड़ा आधार माना। परमहंस की बायोग्राफी को पढ़ने के बाद सुपर स्टार रजनीकात इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने क्त्रिया योग को रील लाइफ से इतर वास्तविक जीवन का आधार बना लिया। अब तक दो बार योगदाश्रम पंहुच चुके रजनीकात यहा पर स्वामी के अनुयायियों के लिए करीब 20 लाख की लागत से अनुयायियों के ठहरने को अतिथि गृह भी बनवाया है।
द्वाराहाट से दो किमी दूर अध्यात्मिक अनुभूति वाले रौतेली क्षेत्र में बने अलौकिक ध्यान केंद्र की नींव स्वतंत्रता से पूर्व परमहंस योगानंद ने ही रखी थी। योगदा सत्संग संस्था के सदस्य व रजनीकात के गुरु भाई बेंगलुरु निवासी श्रीहरि के अनुसार रजनीकात 1998 में योगानंद की पुस्तक योगी कथामृत (ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी ) पढ़कर प्रभावित हुए थे और तभी से उन्होंने परमहंस को अपना गुरु मान लिया। क्त्रिया योग की शक्ति ही कहेंगे कि वर्ष 2000 में रजनीकात ने अपने गुरु परमहंस योगानंद फिल्म बनाई। श्रीहरि कहते हैं शुरुआत में फिल्म फ्लॉप होने लगी तो तब रजनीकात निराश हुए तब उन्हें एहसास हुआ कि बाबा के आश्रम से क्त्रिया योग की दीक्षा लिए बगैर आगे नहीं बढ़ सकते ।एक अक्टूबर 2000 को वह 2 दिन प्रवास पर योगदा आश्रम पहुंचे। पाडवखोली गुफा में क्त्रिया योग की दीक्षा ली और उसके बाद संस्था के विधिवत सदस्य बने। यहा से लौटकर रजनीकात ने दोबारा मेहनत की और फिल्म हिट हो गई।
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मीडिया ने परेशान न किया तो 15 दिन रुकेंगे
द्वाराहाट : सिने अभिनेता रजनीकात दूनागिरि पर्वतमाला की गोद में कब तक ध्यान लगाएंगे, स्पष्ट नहीं हो सका है। करीबी सूत्रों के मुताबिक रजनीकात योगदा आश्रम में 20 मार्च तक रुकेंगे। इस अवधि में परमहंस योगानंद के शिष्य रजनीकात पाडवखोली स्थित आध्यात्मिक गुफा व आश्रम दोनों जगह क्त्रिया योग के जरिये अध्यात्म के करीब रहेंगे। रजनीकात ने चुटकी लेते हुए करीबियों से कहा कि मीडिया ने परेशान न किया तो पूरे 15 दिन देवभूमि की वादियों में आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करेंगे।