राज्य आदोलनकारियों ने सरकार पर लगाया उपेक्षा का आरोप
चिंहीकरण से वंचित रह गए उत्तराखंड राज्य आदोलनकारियों को उचित सम्मान दिए जाने के मामले में आंदोलनकारियों ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया गया है।
द्वाराहाट : चिंहीकरण से वंचित रह गए उत्तराखंड राज्य आदोलनकारियों को उचित सम्मान दिलाए जाने की माग फिर मुखर होने लगी है। राज्य आदोलनकारी संगठन ने मामले में शासन पर हीलाहवाली का आरोप लगाया। साथ ही बढ़ती बेरोजगारी व शीतकालीन सत्र गैरसैंण में आयोजित नही किए जाने पर भी रोष जताया। कहा कि विभिन्न समस्याओं को लेकर संगठन शीघ्र आदोलन शुरू करेगा।
उत्तराखंड राज्य आदोलनकारी संगठन की रविवार को रानीखेत रोड स्थित चंद्रलोक सभागार में बैठक आयोजित की गई। जिसमें सम्मान से छूट गए आदोलनकारियों का अभी तक चिन्हीकरण नही होने पर रोष जता शासन को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि सभी दस्तावेज जमा करने के बावजूद उनके साथ अन्याय किया जा रहा। मौके पर भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) से हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाए जाने पर केंद्र सरकार की आलोचना की। गैरसैंण को स्थायी राजधानी शीघ्र घोषित करने की माग कर इस बार वहा शीतकालीन सत्र न चलाए जाने पर भी गुस्से का इजहार किया। इसके अतिरिक्त द्वाराहाट विधानसभा की सभी सड़कों पर उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें चलाने की भी आवाज बुलंद की। आदोलनकारी समिति के प्रदेश अध्यक्ष जेपी पाडे की सड़क दुर्घटना में हुई मौत पर दो मिनट का मौन रख श्रद्धाजलि अर्पित की गई। अध्यक्षता मनोज अधिकारी व संचालन वीरेंद्र बजेठा ने किया। मौके पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष किसन नेगी, विपिन पंत, महेश त्रिपाठी, कुंदन राम, किसन सिंह, मोहन चंद्र तिवारी, चंदन नेगी, तेज सिंह खंपा, राम सिंह बौरा आदि मौजूद रहे।