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हिमपात ने रोकी आलू बीज की आपूर्ति

उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात से आलू के बीजों की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। मुनस्यारी से खास किस्म के पुखरीज्योति आलू के बीजों की पर्याप्त खेप नहीं पहुंच पा रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Jan 2022 07:07 PM (IST)Updated: Thu, 13 Jan 2022 07:07 PM (IST)
हिमपात ने रोकी आलू बीज की आपूर्ति
हिमपात ने रोकी आलू बीज की आपूर्ति

संस, रानीखेत : उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात से आलू के बीजों की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। मुनस्यारी से खास किस्म के पुखरीज्योति आलू के बीजों की पर्याप्त खेप नहीं पहुंच पा रही है। इधर सबसे बड़ी सब्जी उत्पादक कुंजगढ़ घाटी (ताड़ीखेत ब्लाक) के सब्जी उत्पादक किसानों ने और बीज उपलब्ध कराने पर जोर दिया है। इधर प्रभारी उद्यान अधिकारी ने कहा कि सड़क दुरुस्त न होने से आपूर्ति में बाधा पड़ी है। किसानों की मांग के अनुरूप बीज मंगाया जाएगा।

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ताड़ीखेत ब्लाक क्षेत्र में करीब सौ हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की पैदावार ली जाती है। इसमें कुंजगढ़ घाटी में 40 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती की जाती है। अबकी सीजन मुनस्यारी से पुखरी ज्योति प्रजाति का 70 कुंतल बीज उतारा गया था। बीते अक्टूबर में आपदा व हालिया बर्फबारी के कारण सड़कें दुरुस्त न होने से आपूर्ति प्रभावित हो गई है। इससे कुंजगढ़ घाटी के पातली, चापड़, सुखोली, कमान, तिपौला, टूनाकोट, बगवान आदि सेरों के लिए बीज कम पड़ गया है। घाटी में पहुंचाया जाए बीज

काश्तकारों ने सचल केंद्र के बजाय क्षेत्र में आलू का बीज उपलब्ध कराने पर जोर दिया है। उनका तर्क है कि विभाग ने लगभग 10 किमी दूर सचल दल बमस्यूं से बीज उठाने के लिए कहा है। इससे उत्पादकों को घाटा उठाना पड़ेगा। मांग उठाने वालों में सुनील मेहरा, गोविंद सिंह, आनंद सिंह, पूरन सिंह, खड़क सिंह, झूंगर सिंह, प्रताप सिंह आदि शामिल हैं। वहीं उद्यान सचल दल प्रभारी विनोद चंद्र आर्या ने कहा कि 70 कुंतल बीज उपलब्ध हुआ था। किसानों ने और बीज मांगा है। आलू बीज मांग के अनुरूप अक्टूबर से दिसंबर तक डिमांड जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय को भेजी जाती है। जितनी मांग थी बीज बांट दिया गया है। अगर मांग बढ़ी है तो किसानों को बीज उपलब्ध कराया जाएगा।

- इंद्रलाल, उद्यान प्रभारी, ताड़ीखेत


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