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गैंग पर शिकंजा कसने वाले एसओजी की घेराबंदी

संवाद सहयोगी, रानीखेत : कुमाऊं में दूसरे सबसे बड़े अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के खु

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 11:07 PM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 11:07 PM (IST)
गैंग पर शिकंजा कसने वाले एसओजी की घेराबंदी
गैंग पर शिकंजा कसने वाले एसओजी की घेराबंदी

संवाद सहयोगी, रानीखेत : कुमाऊं में दूसरे सबसे बड़े अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के खुलासे। चार लग्जरी कारों समेत 28 वाहनों की बरामदगी। सरगना व सदस्य की गिरफ्तारी के बाद नेटवर्क से जुड़े संदिग्ध युवकों पर कानूनी शिकंजा कसने पर अब पूरी गैंग का खुलासा करने वाली एसओजी व सहायक टीम को घेरने की कोशिशें भी तेज हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से चोरी के वाहन बिकवाने वाले गिरोह के बिचौलिए ने उल्टा एसएसपी को शिकायती पत्र लिख एसओजी पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कप्तान ने शिकायत पर औपचारिक जांच बैठा तो दी है, मगर इसे जांच प्रभावित कराने के लिए भूमिगत गुर्गो व बिचौलियों की साजिश बताया जा रहा।

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दरअसल, अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सरगना सरना गार्डन स्थित धोबी मोहल्ला निवासी अतिकुर्रहमान व सदस्य गनियाद्योली (ताड़ीखेत) के राकेश पाठक उर्फ राजू की गिरफ्तारी के बाद नगर क्षेत्र में कुछ संदिग्ध युवकों पर एसओजी व कोतवाली पुलिस ने शिकंजा कस दिया था। गिरोह के करीब माने जा रहे पांच छह युवकों को पूछताछ के लिए उठाया भी गया। सूत्रों की मानें तो कुछ बिचौलियों से उनकी मर्जी के मुताबिक एक होटल में नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई गई।

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इधर शिकंजा, उधर बुना गया तानाबाना

सूत्र बताते हैं कि पुख्ता सुराग मिलने पर दिल्ली से चोरी राजधानी, हरियाणा व उत्तर प्रदेश नंबर के वाहन बिकवाने वालों पर एसओजी का शिकंजा जैसे जैसे कसता गया, गिरफ्तारी की आशंका से हलकान गिरोह के बिचौलियों ने एसओजी के खिलाफ तानाबाना बुनना शुरू कर दिया। बाद में सुनियोजित तरीके से एसएसपी को शिकायती पत्र भेज दिया। इसमें एसओजी पर वाहन बिकवाने के मामले में पूछताछ के नाम पर मानसिक उत्पीड़न व रुपये की मांग संबंधी आरोप लगाया गया है।

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रसूखदारों का सहारा लेने की भी कोशिश

पुलिस सूत्र दावा करते हैं कि गिरफ्तारी से बचने के लिए कुछ संदिग्ध तो बाकायदा रसूखदारों के नाम का सहारा भी लेने लगे हैं। कप्तान को शिकायती पत्र भेजने से पूर्व गिरोह से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े संदिग्ध रोज रात को कोतवाली के चक्कर काटते भी रहे। मामला सुलटता न देख एसओजी की घेराबंदी शुरू कर दी गई। हालांकि एसएसपी ने साफ किया है कि दबाव बर्दास्त नहीं करेंगे। बहरहाल यह मामला इन दिनों सुर्खियों में है।

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ये है पूरा मामला

बीती 10 सितंबर को एसओजी की पर्यटन नगरी में ताबड़तोड़ दबिश। नगर के सरगना गार्डन स्थित धोबी मोहल्ला निवासी अतिकुर्रहमान गिरफ्तार। चार कारें व छह स्कूटी बरामद। एसएसपी रानीखेत पहुंची। प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अगले दिन एसओजी व कोतवाली पुलिस का दोबारा छापा। दिल्ली से चोरी सात और स्कूटी बरामद। 15 को तीसरी दबिश। गिरोह के सदस्य राकेश पाठक उर्फ राजू दबोचा। निशानदेही पर छह और स्कूटी बरामद। कुछ खरीदारों ने खुद ही दोपहिया वाहन कोतवाली में खड़े कराए। चार कारों समेत कुल 28 चोरी के वाहन बरामद।

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'जांच कर रहे। आरोप बेबुनियाद हैं जो शिकायतकर्ता है उसने दिल्ली से चोरी वाहन बिकवाए हैं, पुलिस पूछताछ तो करेगी ही। यह अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह से जुड़े कुछ और खुलासों व जांच प्रभावित करने की कोशिश है। पुलिस बगैर दबाव अपना काम करेगी। सभी पर कड़ी नजर है। जो भी दोषी होगा, सीधा गिरफ्तार करेंगे।

- वीर सिंह, सीओ'


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