राजस्व उपनिरीक्षकों ने पुलिस कार्य का किया परित्याग
राजस्व निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों ने भले ही आंदोलन स्थगित कर दिया है लेकिन उन्होंने पुलिस कार्य करने से साफ इन्कार कर दिया है।
संस, अल्मोड़ा/स्याल्दे : राजस्व निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों ने भले ही आंदोलन स्थगित कर दिया है लेकिन उन्होंने पुलिस कार्य करने से साफ मना कर दिया है। उन्होंने से पुलिस कार्य का परित्याग कर संबंधित दस्तावेज तहसील में जमा करा दिए हैं।
अल्मोड़ा जिले के राजस्व निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर चलया जा रहा आंदोलन स्थगित कर दिया है लेकिन पुलिस कार्य करने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक समान वेतन और संसाधन नहीं मिल जाते तब तक पुलिस कार्य नहीं करेंगे।अगर चुनाव के बाद भी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती तो फिर आंदोलन किया जाएगा।
राजस्व निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों के कार्य बहिष्कार से दिक्कतें आ सकती है। जिले का 70 फीसद क्षेत्र पटवारियों के जिम्मे आता है। ऐसे में वहां कानून व्यवस्था को लेकर दिक्कत आ सकती है। रेगुलर पुलिस के पास भी इतने संसाधन नहीं हैं कि वह पूरे जिले में व्यवस्था बना सके। इस मौके पर मनोज कुमार सिंह, भास्कर जोशी, मोहन जोशी, जगदीश जोशी, गंभीर सिंह, रजत यादव, महेंद्र सिंह, यशपाल रावत, राजेन्द्र सती,नारायण सिंह, प्रकाश देवतल्ला, किरन आर्या, धीरज कुमार, राजेन्द्र सिंह, किशोर कुमार, चतुर सिंह व रमेश सिंह थे।
तीस सर्किल के 40 पटवारी नहीं करेंगे पुलिस कार्य
जासं, बागेश्वर: राजस्व निरीक्षक व उपनिरीक्षकों सोमवार को नायब तहसीलदारों को पुलिस कार्य संबंधी बस्ता सौंप दिया है। तीस सर्किल के 40 पटवारियों के पास पुलिस का काम था। उन्होंने समान कार्य के लिए समान वेतन और अन्य सुविधाएं नहीं मिलने पर पुलिस कार्यों का परित्याग करने का निर्णय लिया है। इस कारण गांवों की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे हो गई है। राजस्व निरीक्षक उपनिरीक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजयपाल मेहता ने बताया कि वह अब पुलिस कार्य नहीं करेंगे। पिछले दिनों चार सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे। चुनाव आचार संहिता लगने के कारण आंदोलन स्थगित किया। पुलिस कार्य का वह परित्याग कर रहे हैं। सभी पटवारियों ने नायब तहसीलदारों को बस्ता सौंप दिया है। जिले में 30 सर्किल में 40 पटवारी पुलिस कार्य देख रहे थे। जिले में 60 पटवारी ही तैनात हैं। अलबत्ता जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था पटरी से उतर सकती है। नायब तहसीलदारों पर अतिरिक्त बोझ भी पड़ेगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष जगदीश परिहार, युवराज गोस्वामी, आनंद पुरी, सुरेंद्र कुमार, त्रिभुवन नेगी, पप्पू लाल मौजूद थे।