श्रीराम के हाथों मारे गए त्रिसरा व खर-दूषण
संवाद सहयोगी अल्मोड़ा ग्रामीण क्षेत्रों में देर रात्रि तक रामलीला मंचन की धूम मची हुई है। ठ
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: ग्रामीण क्षेत्रों में देर रात्रि तक रामलीला मंचन की धूम मची हुई है। ठंड के बाद भी लोग दूर दूर से रामलीला देखने पहुंच रहे हैं। चौरा विश्वनाथ एवं बाडे़छीना में रामलीला मंचन के छठवें दिन सूपर्णखा नासिका छेदन से जटायु रावण संवाद तक की रामलीला का आयोजन किया गया।
छठवें दिन की रामलीला मंचन में सूपर्णखा श्रीराम और लक्ष्मण को देखकर मुग्ध हो जाती है और उनसे विवाह करने का प्रस्ताव रखती है, लेकिन दोनों के द्वारा उसके प्रस्ताव को ठुकरा देने पर वह अपने असली रूप में आकर वहां बैठी सीता को दोषी मानते हुए उस पर झपट पड़ती है। वहीं श्रीराम का इशारा पाकर लक्ष्मण उसकी नाक काट देते हैं। जिसका बदला लेने को त्रिसरा व खर और दूषण पहुंचते हैं, लेकिन वह श्रीराम के हाथों मारे जाते हैं। इसके बाद मारीच रावण संवाद, सीता हरण व जटायु रावण संवाद का मंचन किया गया। इससे पूर्व चौरा विश्वनाथ में छठें दिन की रामलीला का शुभारंभ मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने किया। इस दौरान ईओ श्याम सुंदर प्रसाद, ग्राम प्रधान देवेंद्र बिष्ट, प्रशांत पवार, दीपक गोस्वामी, नरेंद्र बिष्ट, संतोष सांगा, राम सिंह सांगा, पुष्कर बिष्ट, दुर्गा सिंह आदि मौजूद रहे। इधर बाडे़छीना में भी जटायु रावण संवाद तक की रामलीला का मंचन किया गया। इस दौरान कमल बिष्ट, हेम तिवारी, राकेश कुमार, कमल बिष्ट, मोहित बिष्ट, खिलानंद भट्ट, शिवानी जोशी, रमेश जोशी, कविता पैनवाल, नरेंद्र सुयाल, खिलानंद भट्ट, धीरज कुमार आदि मौजूद रहे।