होटलों का बचा खाना कूडे़दानों में फेंक रहे लोग
अल्मोड़ा में कई होटल व ढाबा संचालक बचा हुआ खाना कूड़ेदानों में फेंक रहे हैं। जिससे परेशानी बढ़ रही है।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : दो वक्त की रोटी के लिए जहां कई लोग तरसते रहते है वहीं इन दिनों शादियों में बचे खाने को होटल व ढाबा व्यावसायी कूड़ेदानों में फेंक रहे हैं। जैविक और अजैविक कूड़े का अलग-अलग निस्तारण की बात करने वाली नगरपालिका भी आखें मूंदे है।
दरअसल वर्तमान में लगातार शादियों व पाíटयों का दौर चल रहा है। इस दौरान हर पार्टी में दजर्नो लोगों का खाना बर्बाद हो रहा रहा है। पार्टी में बचने वाले खाने को होटलों व ढाबा संचालकों द्वारा कूड़ादानों में फेंक दिया जा रहा है जबकि बचे खाने के निस्तारण के लिए पूर्व में नगरपालिका ने होटलों व ढाबों से इसे एनटीडी में बने ट्रंचिग ग्राउंड में पहुंचाने के निर्देश दिए थे ताकि उसका निस्तारण ठीक ढंग से किया जा सके। लेकिन होटल व ढाबा संचालकों द्वारा उसे ट्रंचिग ग्राउंड न पहुंचाकर सीधे कूड़ादानों में फेंक दिया जा रहा है। वही अनेक स्वयं सेवी संस्थाओं व पशु प्रेमियों ने होटलों व ढाबा संचालकों से बचे भोजन को उन्हें उपलब्ध कराने की बात भी कही है ताकि इस खाने को किसी जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके। इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिससे सुबह कूडे़दानों में पड़े खाने को देखकर लोगों में पालिका के खिलाफ रोष पनप रहा है।
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होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों को इस संबंध में सूचित कर दिया गया था कि वह होटलों में बचे खाने को ट्रंचिग ग्राउंड तक पहुंचाएंगे।लेकिन संज्ञान में आया है कि कई होटलों में बचे खाने को कूड़ेदानों में फेंक दिया जा रहा है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
- श्याम सुंदर प्रसाद, अधिशाषी अधिकारी, नगरपालिका अल्मोड़ा