गैरसैंण में लाठीचार्ज की घटना से भड़का आक्रोश
गैरसैंण में लाठीचार्ज से भड़की चिंगारी कुमाऊं तक पहुंच गई है। इस घटना के विरोध में कई स्थानों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हुए।
जागरण टीम, अल्मोड़ा/द्वाराहाट : गैरसैंण में लाठीचार्ज से भड़की चिंगारी कुमाऊं तक पहुंच गई। जिला मुख्यालय के साथ ही द्वाराहाट में उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। हिटलरशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बेरोजगारी व भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में नाकाम त्रिवेंद्र सरकार अब जनता की आवाज को कुचलने पर उतर आई है। कार्यकर्ताओं ने सरकार का पुतला फूंक प्रदर्शन किया।
उक्रांद कार्यकर्ता मंगलवार को चौघानपाटा में एकत्र हुए। राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का पुतला फूंका। इस मौके पर केंद्रीय उपाध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी, जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला, मुमताज कश्मीरी, गिरीश गोस्वामी, हरीश जोशी, उदय मेहरा, विकास चौधरी, शांति देवी, सोनू बिष्ट आदि मौजूद रहे। उधर जनवादी नौजवान सभा, किसान सभा, सेंट्रल ट्रेड यूनियन (सीटू), अखिल भारतीय जनवादी महिला सभा के संयुक्त बैनर पर भी प्रदर्शन किया गया। इस दौरान यूसुफ तिवारी, दिनेश पांडे, आरपी जोशी, अरुण जोशी, मुमताज अख्तर, स्वप्निल पांडे आदि मौजूद रहे।
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यह दमनकारी नीति : पीसी तिवारी
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी (उपपा) के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि बेरोजगारी, भ्रष्टाचार व महंगाई का समाधान तलाशने में नाकाम राज्य सरकार अब जनता की आवाज को कुचलने पर आमादा है। उन्होंने कहा सत्ता की हनक में भाजपा सरकार की दमनकारी नीति ही उसे कुर्सी से नीचे उतारेगी। उन्होंने गैरसैंण की घटना को उत्तराखंड की राजनीति में शर्मनाक घटना बताया। कहा कि अपनी बात रखने के लिए पहुंचे लोगों पर लाठीचार्ज भाजपा की तानाशाही रवैये का प्रमाण दे रही।
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महिलाओं पर लाठीचार्ज शर्मनाक घटना
द्वाराहाट : यहां भी उक्रांद कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। मुख्य चौराहा पर उन्होंने गैरसैंण में महिलाओं पर लाठीचार्ज को शर्मनाक करार देते हुए त्रिवेंद्र सरकार का पुतला फूंका। कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें लोगों की आवाज दबाकर लोकतंत्र की हत्या करने पर तुली हैं। इसे बर्बर कार्रवाई करार देते हुए कहा कि गाव गाव तक ले जाकर भाजपा का जनविरोधी चरित्र उजागर किया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार खुद महिलाओं पर अत्याचार करने से नहीं चूक रही। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए दमनकारी नीति के खिलाफ आंदोलन और तेज करने का ऐलान किया। इस दौरान ब्लाक अध्यक्ष लाल सिंह बिष्ट, भीम सिंह किरौला, हिम्मत सिंह, पंकज चौधरी, गोविंद अधिकारी, गौरव पुरोहित, गणेश सिंह, विशाल मिश्रा, गणेश पाडे, बहादुर सिंह, गणेश आगरी, शिव सिंह बिष्ट, रतन सिंह रौतेला, भूपाल पुरी आदि मौजूद रहे।