अस्पताल को ठेकेदारी प्रथा पर दिए जाने का विरोध
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिकियासैंण को ठेकेदारी प्रथा पर दिए जान
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिकियासैंण को ठेकेदारी प्रथा पर दिए जाने की सुगबुगाहट का स्थानीय लोगों ने विरोध व्यक्त किया है। स्थानीय लोगों ने कहा है कि अगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को पीपीपी मोड पर दिया गया तो वह उग्र आंदोलन शुरू कर देंगे।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा है कि भिकियासैंण, सल्ट और स्याल्दे तीन विकास खंडों का मुख्य केंद्र है। यहां के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 1994 में यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की गई। जिसका बाद में उच्चीकरण किया गया और यहां के लिए फिजीशियन, शल्यक, स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट और दंत चिकित्सक समेत चिकित्सा के विभिन्न उपकरणों को स्थापित करने के निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन आज तक कई पदों पर नियुक्ति नहीं हो पाई है और अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को पीपीपी मोड पर दिए जाने की तैयारी की जा रही है। व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने कहा कि वह सरकार के इस निर्णय को किसी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह उग्र आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे। सीएम को दिए ज्ञापन में अध्यक्ष विजय लटवाल, लक्ष्मी दत्त नैलवाल, राजेंद्र रौतेला, जगत बिष्ट, दीवान बिष्ट, जितेंद्र बिष्ट, पुष्कर बंगारी, उमेश नैलवाल, खुशाल नेगी, पान सिंह, पंकज नेगी, चंदन नेगी समेत अनेक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं।