काश्तकारों को दोगुना मिलेगा आलू बीज
उद्यान विभाग आलू उत्पादक काश्तकारों को दो गुना आलू बीज वितरित करेगा। विभाग ने इस बार काश्तकारों को 800 क्विटल आलू बीज बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया है। विगत वर्ष विभिन्न विकास खंडों में महज 400 क्विटल आलू बीज ही वितरित किया गया था।
डीके जोशी, अल्मोड़ा
उद्यान विभाग आलू उत्पादक काश्तकारों को दो गुना आलू बीज वितरित करेगा। विभाग ने इस बार काश्तकारों को 800 क्विटल आलू बीज बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया है। विगत वर्ष विभिन्न विकास खंडों में महज 400 क्विटल आलू बीज ही वितरित किया गया था। अब तक लक्ष्य के सापेक्ष काश्तकारों को 520 क्विटल आलू बीज उद्यान सचल दल केंद्रों के माध्यम से वितरित किया जा चुका है। जिले भर में आलू उत्पादक काश्तकारों की कुल संख्या तीन हजार है।
पहाड़ में आलू 15 जनवरी के बाद से 15 फरवरी तक लगाया जाता है। इसके लिए उद्यान विभाग सजग हो चला है। विभाग ने अब तक मदकोट मुनस्यारी से आयातित 520 क्विटल आलू बीज काश्तकारों को बांट दिया है। जिले में यूं तो आलू की खेती सभी विकास खंडों में होती है। लेकिन ताड़ीखेत, लमगड़ा, भैसियाछाना व धौलादेवी में इसकी खेती सर्वाधिक होती है। यहां के काश्तकार अपनी जरूरत पूरी करने के साथ ही सभी सब्जियों में उभयनिष्ठ आलू का विपणन भी करते हैं। यह नकदी फसल यहां के काश्तकारों के लिए आर्थिकी मददगार होती है। इधर अब जंगली जानवरों के आतंक से ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे पलायन के कारण लोगों का इस खेती के प्रति रुझान कम होता जा रहा है।
किस विकास खंड में कितना रकबा
विकास खंड रकबा
लमगड़ा 308
हवालबाग 164
ताकुला 169
भैसियाछाना 307
धौलादेवी 268
द्वाराहाट 165
चौखुटिया 108
सल्ट 162
भिकियासैंण 125
स्याल्दे 207
ताड़ीखेत 238
(नोट : फसल का रकबा हेक्टेअर में है।) शासन व विभाग काश्तकारों के बेहतर हितों को लगातार प्रयासरत है। इस बार काश्तकारों को दोगुना आलू बीज उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 520 क्विटल आलू बीज वितरित किया जा चुका है। शेष बीज भी उद्यान सचल दल केंद्रों के माध्यम से वितरित कर दिया जाएगा।
- एसके शर्मा, मुख्य उद्यान अधिकारी, अल्मोड़ा