मांगों पर पहल न होने से गुरिल्लों में आक्रोश
संस, चौखुटिया: लंबे संघर्ष के बाद भी एसएसबी के स्वयंसेवक-गुरिल्लों की पेंशन व नौकरी संबंधी मांगों पर
संस, चौखुटिया: लंबे संघर्ष के बाद भी एसएसबी के स्वयंसेवक-गुरिल्लों की पेंशन व नौकरी संबंधी मांगों पर कोई सकारात्मक पहल न होने से उनमें भारी आक्रोश है। गुरिल्ला संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी ने सरकार पर गुरिल्लोंकी उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि शीघ्र मांगें नहीं मानी गई तो पूरे प्रदेश में फिर से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए गुरिल्लों को संगठित करने के लिए प्रथम चरण में जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया गया है।
यहां जनसंपर्क में पहुंचे संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि एसएसबी के प्रशिक्षित गुरिल्ले नौकरी व पेशन दिए जाने की मांगों को लेकर वर्षो से आंदोलित हैं, लेकिन केंद्र व राज्य सरकारें उन्हें महज आश्वासन देकर टाल दे रहे हैं। पूर्व में गुरिल्लों का भौतिक सत्यापन भी किया गया, पर बाद में कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे वे काफी आहत हैं। उन्होंने कई स्थानों पर बैठक कर कहा कि सरकार को जगाने के लिए एक और बड़ा आंदोलन खड़ा करने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी को संगठित होकरआगे आना होगा।
बताया कि आंदोलन के पहले चरण में विकास खंड व जनपद स्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे एवं जुलाई में देहरादून में राज्य स्तरीय प्रदर्शन होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि गुरिल्ले किसी भी सूरत में शांत होकर नहीं बैठेंगे। इस दौरान उनके साथ नरेंद्र मेहरा, बिशन राम आर्य, राजे राम, ललित बिष्ट, खुशाल सिंह समेत अन्य थे।