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झलाहाट में एयरपोर्ट बनने से बेघर हो जाएंगे सैकड़ों परिवार

चौखुटिया बैराठ नगरी के झलाहाट की उपजाऊ भूमि पर प्रस्तावित एयरपोर्ट निर्माण की प्रांरभिक प्रक्रिया आखिरी चरण में है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Feb 2021 10:46 PM (IST)Updated: Sun, 28 Feb 2021 10:46 PM (IST)
झलाहाट में एयरपोर्ट बनने से बेघर हो जाएंगे सैकड़ों परिवार
झलाहाट में एयरपोर्ट बनने से बेघर हो जाएंगे सैकड़ों परिवार

संस, चौखुटिया : बैराठ नगरी के झलाहाट की उपजाऊ भूमि पर प्रस्तावित एयरपोर्ट निर्माण की प्रारंभिक प्रक्रिया आखिरी चरण में है। इसके लिए चयनित स्थल की सर्वे व सीमांकन कार्य पूर्ण कर लिया है। सीएम त्रिवेंद्र रावत भूमि का हवाई सर्वेक्षण कर चुके हैं। बीते दिनों कुमाऊं आयुक्त अरविंद सिंह ह्यांकी ने भी चयनित भूमि का स्थलीय निरीक्षण कर लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि सभी बाधाएं दूर करने के बाद एयरपोर्ट का निर्माण हो सकता है।

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दूसरी ओर ग्रामीण शुरू से ही एयरपोर्ट के विरोध में हैं। ज्यों-ज्यों एयरपोर्ट की कार्यवाही आगे बढ़ रही है, ग्रामीणों का विरोध और भी बढ़ता चला जा रहा है। जो किसी भी सूरत में अपनी उपजाऊ भूमि पर हवाई पट्टी नहीं बनने देना चाहते हैं। उनका कहना है कि खेती ही उनकी आजीविका का एक मात्र जरिया है। यदि एयरपोर्ट बन गया तो सैकड़ों परिवार बेघर हो जाएंगे। आंदोलन के लिए ग्रामीणों ने एक समिति का गठन कर लिया है। शीघ्र ही आंदोलन की रणनीति तय कर ली जाएगी। जागरण से ग्रामवासियों की बातचीत का अंश।

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फोटो न-27 सीकेएचपी 1

एक ओर जहां सरकार ने गांवों से पलायन रोकने के लिए आयोग का गठन किया है। वहीं एयरपोर्ट बनाने के नाम पर उपजाऊ कृषि जमीन से लोगों को बेदखल कर पलायन को मजबूर कर रही है। जो ग्रामीणों के साथ अन्याय है।

प्रताप सिंह राणा, कारचूली झला निवासी।

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फोटो न-27सीकेएचपी2,

झलाहाट की जमीन उपजाऊ होने के साथ साथ ऐतिहासिक धरती भी है। यहां कत्यूरी राजाओं की राजधानी भी रही है। ऐसे में एयरपोर्ट बन जाने से यह धरोहर मिट जाएगी तथा लोग बेघर हो जाएंगे। यह उचित नहीं है।

प्रवीण देवी काश्तकार कारचूली।

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फोटो न-27सीकेएचपी3,

झलाहाट की कृषि भूमि पर 7-8 गांवों के लोगों की आजीविका जुड़ी है। कोरोना काल में शहरों से लौटे लोग भी इसी जमीन से अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। मुआवजे का लालच देकर ऐसी जमीन से उन्हें बेदखल करना तर्क संगत नहीं है।

-तारा दत्त फुलोरिया सेवानिवृत्त।

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फोटो न-27सीकेएचपी4,

गेवाड़ घाटी की इस उपजाऊ कृषि भूमि पर एयरपोर्ट बनाया जाना किसी भी दृष्टिकोण से तर्क संगत व न्यायोचित नहीं है। ग्रामीण एयरपोर्ट का विरोध करेंगे। इसके लिए सभी एकमत हैं। जरूरत पड़ी तो आंदोलन करेंगे।

बाल गिरि किसान झला।

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सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है हवाई पट्टी बनना : विधायक

द्वाराहाट विधायक महेश नेगी ने कहा कि चौखुटिया के झलाहाट में जो हवाई पट्टी बनने जा रही है, वह सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। चीन-पाकिस्तान युद्ध में जब देश के सपूतों को अपना बलिदान देना पड़ता है तथा तब देश की आन-बान व शान दांव पर लग जाती है तो ऐसे समय के लिए यह क्षेत्र व देश के लिए समर्पण माना जाएगा। जिन लोगों की जमीनें जा रही है उन्हें तब गौरव की अनुभूति होगी। हवाई पट्टी पर्यटन, रोजगार व विकास की दृष्टि के साथ साथ जमीन देने वालों का मान-सम्मान बढ़ाने वालों के लिए भी शुभ होगा। इसलिए देशहित में कार्य को आगे बढ़ाने में सहयोग करें।


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