पहाड़ में स्वास्थ्य विभाग की सेहत खुद ही नासाज
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : पहाड़ के दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा सुधरने का नाम नहीं ले रही। राज
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : पहाड़ के दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा सुधरने का नाम नहीं ले रही। राजकीय प्राथमिक स्वास्थ केंद्र उत्तमसाणी को ही लें तो यहां अरसे से चिकित्सक ही नसीब नहीं हो सका है। यह हाल तब है जब बीडीसी बैठक समेत तहसील दिवस पर यह मुद्दा कई बार उठाया जा चुका है। डॉक्टर न होने पर द्वाराहाट ही नहीं बल्कि चौखुटिया व भिकियासैंण विकासखंडों के करीब 24 से ज्यादा गावों के बाशिंदों को आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वॉय पर निर्भर रहना पड़ता है।
तहसील के दूरस्थ पीएचसी उत्तमसाणी की सेहत खुद ही नासाज चल रही है। यहां वर्षो से चिकित्सक का पद जहां रिक्त है, वहीं अन्य सुविधाएं भी बदहाल हैं। फार्मासिस्ट भी आयुर्वेदिक होने के कारण लोगों को और अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार शिकायत व जनदबाव में विभाग ने सप्ताह में तीन दिन तकुल्टी से यहां फार्मासिस्ट भेजने की व्यवस्था तो कर दी है, मगर शेष दिनों में अस्पताल वार्ड ब्वाय के सहारे चल रहा है।
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राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के ब्लॉक अध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी के मुताबिक चिकित्सक व फार्मासिस्ट की स्थायी तैनाती न होने से क्षेत्र के लोगों को बेहतर उपचार नहीं मिल पा रहा। छोटी बीमारियों के इलाज को उन्हें बाहरी शहरों के चक्कर काटने पड़ते हैं। इससे धन व समय दोनों की बर्बादी होती है। उन्होंने चिकित्सक तथा फार्मासिस्ट की शीघ्र तैनाती न किए जाने पर जनांदोलन की चेतावनी दी है।
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'उत्तमसाणी में सप्ताह में तीन दिन के लिए तकुल्टी से फार्मासिस्ट लगातार भेजा जा रहा है। अब शेष तीन दिन के लिए पाली के फार्मासिस्ट को आदेश कर दिए गए हैं। चिकित्सक की व्यवस्था भी शीघ्र करवाने का प्रयास किया जाएगा।
- डॉ. योगेश पुरोहित, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी'