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कारगिल सरीखी पहाड़ी पर दुश्मनों का बंकर तबाह

संवाद सहयोगी, रानीखेत : करीब- करीब कारगिल जैसे हालात। नीचे भारतीय फौज। खड़ी पहाड़

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 11:14 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 11:14 PM (IST)
कारगिल सरीखी पहाड़ी पर दुश्मनों का बंकर तबाह
कारगिल सरीखी पहाड़ी पर दुश्मनों का बंकर तबाह

संवाद सहयोगी, रानीखेत : करीब- करीब कारगिल जैसे हालात। नीचे भारतीय फौज। खड़ी पहाड़ी की चोटी पर दुश्मन का बंकर। घात लगाए बैठे घुसपैठिये। इधर तीन दिशाओं से फायरिंग के जरिये कवर करते सैनिक, उधर लगभग दो किमी की ऊंची पहाड़ी व दर्रो को 'क्लिफ चॉप असॉल्ट' टेक्टिस से पार कर सुरक्षित ठिकाना बनाकर बैठे आतंकवादियों पर चीते सी फूर्ति के साथ सीधा हमला। खुद को नुकसान पहुंचाए बगैर दुश्मन बंकर तबाह, आतंकी ढेर। इसके बाद एक अन्य जंग में 'फायर एंड मूव टेक्टिस' के माध्यम से अपनी सैन्य क्षमता का जानदार प्रदर्शन कर खुद को नुकसान पहुंचाए बगैर दुश्मनों का खात्मा।

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कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला चौबटिया सैन्य छावनी की पहाडि़यों पर। 15-गढ़वाल व मेहमान टॉम हॉक्स बटालियन की अगुवाई में भारत व अमेरिका का संयुक्त युद्ध अभ्यास गुरुवार को अपने चौथे चरण में अहम पड़ाव की ओर बढ़ा। कारगिल जैसी विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर 'ऑपरेशन माउंटेन अटैक' नाम से जांबाजों ने जो सैन्य कार्रवाई का प्रदर्शन किया, उसने साफ कर दिया कि अब भारतीय सेना किसी भी चुनौती व हालात से निपटने में कहीं ज्यादा माहिर हो चुकी है। इस ऑपरेशन में भी हालात कमोवेश कारगिल वाले ही रहे। खड़ी पहाड़ी पर दो किमी की ऊंचाई पर घुसपैठिये बंकर में घात लगाए बैठे थे। तीन दिशाओं से अन्य सैनिक आतंकवादियों को कवर करते रहे। वहीं भारतीय सेना के जांबाज रस्सियों के सहारे खाई से पहाड़ी व दर्रो को पार महज 15 से 20 मिनट में अपने टारगेट के करीब पहुंच गई। इस बीच ताबड़तोड़ गोलियों के बीच बंकर को ग्रेनेड से तबाह कर वहां छिपे घुसपैठियों को ढेर कर दिया गया।

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फिटनेस में भारतीय जांबाजों का जवाब नहीं

बेशक अमेरिकी सेना अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं। मगर फिटनेस व जमीनी जंग में भारतीय सेना कहीं आगे। ऑपरेशन माउंटेन अटैक के जरिये यह भी दिखाया कि भारतीय सेना पहाड़ पर युद्ध के लिए कैसे खुद को फिट रखती है। दुश्मन अगर ऊंचाई पर सुरक्षित जगह पर हो तो खुद को नुकसान पहुंचाए बगैर कैसे खात्मा करें, अमेरिकी सैनिकों ने बेहद बारीकी से इस रणकौशल के गुर सीखे। खड़ी पहाड़ी पर खाई से चोटी तक पहुंचना हो या उतरना, भारतीय जांबाजों की फिटनेस अमेरिकी सैनिकों को भी कायल बना दिया।

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दुर्गम पर हथियार ले जाने का प्रशिक्षण

15-गढ़वाल की अगुवाई में संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय फौज ने दुर्गम पहाड़ी पर वाहन, हथियार, रसद के साथ गोला बारूद ले जाने का प्रदर्शन भी बखूबी किया। रोपवे के जरिये खाई को पार एक पहाड़ी से दूसरी तक पहुंच दुश्मन का खात्मा हो गया चोटी से रैप्लिंग यानी उतरना, माउंटेन अटैक का प्रशिक्षण अमेरिकी सैनिकों को भी दिया।

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स्नाइपर गन की तड़तड़ाहट से गूंजा चौबटिया रेंज

इराक व इस्लामिक स्टेट के खिलाफ कहर बरपाने वाली अमेरिकी स्नराइपर गन जैसे अत्याधुनिक मशीन गनों की तड़तड़ाहट से पूरा चौबटिया क्षेत्र गूंज उठा। 'एक गोली एक दुश्मन' थीम पर भारतीय व अमेरिकी सैनिकों ने अपनी अपनी सैन्य क्षमता का बखूबी प्रदर्शन किया। सटीक निशाना लगाने में 15-गढ़वाल के जांबाजों को अमेरिकी सैनिकों ने उत्साह भी बढ़ाया। वहीं फायरिंग रेंज में 'फायर एंड मूव टेक्टिस' ऑपरेशन के दौरान भी दोनों देशों के जांबाजों ने अत्याधुनिक हथियारों से गोलियां बरसा दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने का प्रशिक्षण लिया।


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