हत्या के तीसरे आरोपित को पकड़ने की मांग
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : देवलीखान में प्रेम प्रसंग के चलते पति की हत्या करने वाली आरोपित महिला और उसक
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : देवलीखान में प्रेम प्रसंग के चलते पति की हत्या करने वाली आरोपित महिला और उसका प्रेमी जहां पुलिस की गिरफ्त में हैं। वहीं इस मामले में वांछित एक अन्य अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर मृतक के भाई व ग्राम प्रधान ने अब जिलाधिकारी व एसएसपी को ज्ञापन देकर उसकी गिरफ्तारी और मामले को रेगुलर पुलिस को सौंपने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि बीते 29 मई को देवलीखान में सुरेश चंद्र जोशी (38) पुत्र स्व. प्रेम बल्लभ जोशी का शव घर से करीब दो सौ मीटर दूरी पर एक जंगल में पड़ा मिला। इस मामले में हत्या की आशंका होने के बाद जब मृतक की पत्नी नेहा जोशी से पूछताछ की गई तो उसने अपराध कबूल लिया था। जिसके बाद मृतक की पत्नी नेहा जोशी, शंकर दत्त उर्फ सोनू (21) पुत्र अंबादत्त और बसर निवासी उसके साथी धनश्याम पुत्र भवानी दत्त कांडपाल के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया। जिसके बाद नेहा और शंकरदत्त को तो गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन तीसरा अभियुक्त घनश्याम वारदात के बाद से फरार चल रहा है। मृतक के भाई पूरन चंद्र जोशी व अन्य ग्रामीणों ने बुधवार को जिलाधिकारी ईवा आशीष और एसएसपी पी रेणुका को दिए ज्ञापन में कहा है कि घनश्याम दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है और इस वारदात को अंजाम देने के लिए यहां आया था। ज्ञापन में परिजनों ने हत्या के तीसरे आरोपी को शीघ्र पकड़ने और पूरे मामले को रेगुलर पुलिस को सौंपने की मांग की है।
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नेहा ने की गुमराह करने की कोशिश
अल्मोड़ा : सरपंच राजेंद्र जोशी ने बताया कि अपने पति की हत्या करने वाली नेहा जोशी ने उन्हें भी गुमराह करने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि 29 मई को रात सवा दो बजे नेहा ने उन्हें फोन पर अपने पति के साढ़े आठ बजे घर से कहीं जाने और फिर वापस न आने की सूचना दी। लेकिन उन्हें उसी वक्त नेहा की बातों पर संदेह हो गया था। क्योंकि सुरेश रात में घर से कहीं बाहर निकलता ही नहीं था। फिर भी वह ग्रामीणों के साथ सुरेश को खोजने निकले तो पास के जंगल में उसका शव बरामद हुआ। जिसके बाद पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में भी गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि हत्यारोपी और महिला का प्रेमी शंकरदत्त रिश्ते मे महिला का भतीजा लगता है।
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ग्रामीण क्षेत्रों में अपराधों को रोका जा सके इसके लिए कई बार राजस्व क्षेत्रों को रेगुलर पुलिस क्षेत्रों में शामिल करने के प्रस्ताव मांगे जाते हैं। लेकिन उस समय ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का सहयोग प्राप्त नहीं हो पाता। अगर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग सहयोग करें तो इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाई जा सकती है।
पी रेणुका देवी, एसएसपी अल्मोड़ा