बच्चों के लिए पानी ढ़ोना बना मजबूरी
रानीखेत में तपिश बढ़ने के साथ ही गावों में पेयजल संकट भी बढ़ गया है।
संस, रानीखेत : तपिश बढ़ने के साथ ही गावों में पेयजल संकट भी बढ़ गया है। ताड़ीखेत ब्लाक के कनार गाव में ग्रामीणों को सप्ताह में तीसरे दिन पानी उपलब्ध हो रहा है जिससे करीब 40 परिवार परेशानी का सामना करना करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने तत्काल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की माग उठाई है।
कनार गाव को शेर पंपिंग पेयजल योजना से पानी की आपूर्ति की जाती है। गाव के करीब 40 परिवार इसी योजना पर निर्भर हैं परंतु पेयजल संकट से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सप्ताह में तीसरे दिन पानी मिलने से समुचित पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है, जिस कारण आसपास लगे हैंडपंप, प्राकृतिक जल स्त्रोतों पर निर्भर होना पड़ रहा है। बुजुर्ग महिलाएं, पुरुष व बच्चे सिर पर पानी ढोकर घर तक पहुंचा रहे हैं। खेलकूद छोड़ नौनिहाल परिवार के लिए पानी की व्यवस्था करने में जुटे रहते हैं। खेलने कूदने की उम्र में नौनिहाल सुबह से शाम तक पेयजल व्यवस्था में जुटे रहते हैं।
व्यवस्था दुरुस्त न होने पर ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है ग्रामीणों का कहना है कि कई बार पेयजल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की माग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही स्थानीय बाली राम, गणेश राम, हरी राम, प्रेमचंद्र, भोलादत्त, प्रताप सिंह आदि ने गाव में तत्काल पेयजल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की माग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द व्यवस्था में सुधार ना हुआ तो आदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
उधर ब्लाक मुख्यालय में पेयजल की परेशानी से जूझ रहे लोगों ने कहा कि पेयजल के तीन टैंकर प्रत्येक दिन मुख्य टैंक में डाला जाय। वही से पूरे क्षेत्र के उपभोक्ताओं के घर तक पानी पहुंच जायेगा। पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष महेन्द्र बिष्ट ने कहा कि प्राकृतिक जल स्रोत सूखने लगे है हैंडपंपों में पानी बहुत कम आ रहा है। जिससे लोगों को काफी दूरदराज से पानी लाना पड़ रहा है। दो टूक कहा कि शीघ्र पानी की व्यवस्था ठीक नही की गई तो आंदोलन किया जायेगा।