अल्मोड़ा में हाईवे पर मंडराने वाला गुलदार पिंजड़े में कैद
अल्मोड़ा नगर से सटे सिकुड़ा व फलसीमा के बीच नर गुलदार आखिरकार पिजड़े में कैद हो गया।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : नगर से सटे सिकुड़ा व फलसीमा के बीच दहशत का पर्याय बना नर गुलदार आखिरकार पिंजड़े में कैद हो गया। लॉकडाउन में वाहनों की आवाजाही व मानवीय गतिविधियां थम जाने से गुलदार का कुनबा सुबह शाम अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ हाईवे पर नजर आने लगा था। तीन दिन पूर्व तो फलसीमा गांव की दो महिलाओं पर हमला कर घायल कर दिया था। डीएफओ महातिम सिंह यादव के मुताबिक चिकित्सीय परीक्षण के बाद गुलदार को आबादी से दूर जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
गुलदार की दहशत से लोगों ने सुबह-शाम घर से बाहर निकलना तक छोड़ दिया था। दो महिलाओं पर हमले की घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग से पिंजड़ा लगाने की गुहार लगाई थी। बुधवार सुबह गुलहार पकड़ में आया। रेंज अधिकारी संचिता वर्मा के नेतृत्व में पहुंची विभागीय टीम उसे एनटीडी जू स्थित वन्य जीव चिकित्सालय ले गई। करीब आठ फुट लंबा व लगभग पांच वर्षीय तंदुरुस्त गुलदार का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा।
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कहीं बौखला न जाय मादा
नर गुलदार पकड़े जाने के बाद मादा के आक्रामक होने का अंदेशा भी है। उसके साथ दो शावक भी इलाके में देखे गए हैं। हालांकि अभी तक किसी पर हमला नहीं किया। आवाजाही होने पर वह सड़क से नीचे पहाड़ी में उतर जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार अचानक मोड़ पर मिलने पर आत्मरक्षा में वह हमला भी कर सकते हैं। ऐसे में खतरा तो अब भी है।
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