Move to Jagran APP

नियुक्तियों पर लगी रोक लोकतंत्र के खिलाफ

मूलनिवासी संघ ने कोविड-19 की आड़ में सार्वजनिक संस्थानों के निजीकरण को गरीब विरोधी बताया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 11:17 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 05:17 AM (IST)
नियुक्तियों पर लगी रोक लोकतंत्र के खिलाफ

संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : मूलनिवासी संघ ने कोविड-19 की आड़ में सार्वजनिक संस्थानों के निजीकरण को गरीब विरोधी बताते हुए तत्काल रोक लगाने की माग की है। साथ ही नई नियुक्तियों पर लगाई गई रोक को लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए महामहिम राष्ट्रपति से देश व गरीब लोगों के हित में निर्णय लेने की गुहार लगाई है।

loksabha election banner

मूलनिवासी संघ कार्यकर्ता शुक्त्रवार को तहसील पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारी अनूप सिंह नेगी को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इसमें सार्वजनिक संस्थानों के निजीकरण व नियुक्तियों पर लगाई गई रोक को गरीब विरोधी निर्णय बताया गया है। संगठन ने निजी संस्थानों का राष्ट्रीयकरण करने, बैकलॉग के पदों को शीघ्र भरे जाने, श्रमप्रधान उद्योगों को बढ़ावा दे बेरोजगारी को कम करने, स्वास्थ्य तथा शिक्षा के निजीकरण पर रोक लगा प्राइवेट अस्पतालों व विद्यालयों को समाप्त कर सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़ाने की भी माग की है। ज्ञापन देने वालों में संगठन के प्रातीय संगठन सचिव गणेश आर्या, तहसील अध्यक्ष महेश चंद्र आर्या, ग्राम प्रधान कृष्ण कुमार, बिशन राम, कपिल आर्या, प्रमोद कुमार, जगदीश चंद्र, जेपी टम्टा आदि शामिल हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.