आज नव वर्ष से पाडवखोली गुफा में ध्यानमग्न रहेंगे 'थलाइवा'
संवाद सहयोगी, द्वारहाट (रानीखेत): अभिनेता से नेता बने रजनीकात बेशक हिंदी व दक्षिण फिल्मों के
संवाद सहयोगी, द्वारहाट (रानीखेत): अभिनेता से नेता बने रजनीकात बेशक हिंदी व दक्षिण फिल्मों के सुपर स्टार रहे हों, मगर अपनी कामयाबी के पीछे वह अपने गुरु परमहंस योगानंद की कृपा को मानते हैं। वही परमहंस योगानंद जिन्होंने पुरातन भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग क्रिया योग को नए सिरे से देश दुनिया में प्रचारित किया। दक्षिण व उत्तर को आध्यात्मिक क्रिया योग से जोड़ने वाले रजनीकात रविवार को नव वर्ष प्रतिपदा पर पाडवखोली की आध्यात्मिक गुफा में ध्यान लगाएंगे।
रजनीकात के शनिवार को यहा पहुंचने पर अनुयायियों ने उन्हें हाथों हाथ लिया। अतिथि गृह में दिन का भोजन किया। जो बिल्कुल सादा रहा। केयर टेकर रवि हर्बोला ने बताया कि सिने अभिनेता रात में भिंडी रोटी खाएंगे। रजनीकात से पर्वतीय व्यंजनों की फरमाइश की गई लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस मौके पर उन्होंने परमहंस योगानंद पुस्तक का विमोचन भी किया।