अल्मोड़ा जिले में 47.88 प्रतिशत लोगों ने किया मतदान
संवाद सहयोगी अल्मोड़ा लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद अब अल्मोड़ा संसदीय सीट पर उम्मीदवारा
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद अब अल्मोड़ा संसदीय सीट पर उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया है। सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों में मतदाताओं की भीड़ लग गई थी। जिले में शाम पांच बजे तक 47.88 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
गुरुवार को सुबह से ही लोग अपने अपने मत का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों की ओर जाने लगे थे। शुरूआत में मतदान की स्थिति ठीक रही। सुबह के समय काफी अधिक संख्या में लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया। नगर के खत्याड़ी बूथ पर सबसे अधिक भीड़ दिखाई दी। मतदाता काफी देर तक अपने मत का प्रयोग करने के लिए घंटों लाइनों में लगे रहे। उम्मीदवारों के समर्थक मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास करते रहे। लेकिन खामोश मतदाता अपने मत का प्रयोग कर चुपचाप घरों को चले गए। शाम के समय मतदान केंद्रों पर फिर मतदाताओं की भीड़ उमड़ी। जिस कारण मतदान का समय समाप्त होने के बाद भी कई बूथों पर अंदर पहुंच चुके मतदाता काफी देर तक मतदान करते रहे।
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प्रेक्षकों ने लिया मतदान का जायजा
लोकसभा निर्वाचन के लिए आयोग द्वारा तैनात प्रेक्षक लोचन सेहरा ने जिले के अलग अलग बूथों में जाकर चुनाव प्रक्रिया का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने निर्वाचन कार्य में लगे कार्मिकों को चुनाव पारदर्शिता से कराने के निर्देश भी दिए।
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समय दर समय मतदान का प्रतिशत
समय - मतदान प्रतिशत
9 बजे - 8.87
11 बजे - 24.19
1 बजे - 34.38
3 बजे - 39.56
5 बजे - 47.88
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अल्मोड़ा जिले में विधानसभा वार मतदान की स्थिति
विधानसभा - प्रतिशत
अल्मोड़ा - 55.04
द्वाराहाट - 46.6
जागेश्वर - 49.44
रानीखेत - 46.25
सल्ट - 38.75
सोमेश्वर - 51.80
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मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था
अल्मोड़ा : निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को मतदान के लिए सभी पोलिंग स्टेशनों पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए थे। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा गुरुवार को स्वयं मतदान केंद्रों का निरीक्षण करते रहे और अधिकारियों को जरूरी निर्देश देते रहे। मतदान के दौरान जिले के किसी भी बूथ से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
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उम्मीदवार का नाम लिखने पर हुई बहस
नगर के राजपुरा में राजनीतिक दलों के एजेंटों द्वारा लोगों को दी जा रही पर्ची में उम्मीदवारों का नाम लिखने पर उनमें आपस में बहस हो गई। काफी देर तक जब विवाद नहीं निपटा स्वयं पीठासीन अधिकारी बाहर आए और मतदाताओं से उम्मीदवारों का नाम लिखी पर्ची न लेने की बात कही। उन्होंने बताया कि अगर किसी व्यक्ति ने निर्वाचन आयोग के नियमों का उल्लघंन किया तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।