चालक की सूझबूझ से बची 21 जिंदगियां
संवाद सहयोगी, रानीखेत : अल्मोड़ा से दिल्ली जा रही रोडवेज बस शीतलाखेत रोड पर देवलीखान के समीप दु
संवाद सहयोगी, रानीखेत : अल्मोड़ा से दिल्ली जा रही रोडवेज बस शीतलाखेत रोड पर देवलीखान के समीप दुर्घटनाग्रस्त होने से बालबाल बच गई। लगातार बारिश से पहाड़ी दरकने के कारण अचानक गिरे मलबे की चपेट में आने से बस असंतुलित हो गई। चालक के वाहन को पहाड़ी से टकरा दिए जाने से खाई की ओर पलटने का खतरा टल गया। नतीजा, बस में सवार 19 यात्री सकुशल बच गए। करीब चार घंटे बाद क्रेन की मदद से मलबे में फंसी बस को निकाला गया तो गंतव्य को रवाना हो सकी।
परिवहन निगम की बस यूके 07-पीए-3117 दिन में एक बजे अल्मोड़ा से दिल्ली के लिए रवाना हुई। बस करीब तीन बजे कोसी से शीतलाखेत कठपुड़िया रोड पर देवलीखान में कालिका मंदिर के पास पहुंची ही थी कि रोड कटान से कमजोर पड़ी पहाड़ी बारिश में दरक गई। इससे भारी मात्रा में मलबा आ जाने से बस असंतुलित हो गई। परिचालक अनिल जोशी के अनुसार वाहन में 19 सवारियां थी। कहा कि चालक पवन राठौर ने बगैर घबराए सूझबूझ के साथ बस को पहाड़ी से टकरा कच्चे में उतार दिया। इससे बस मलबे में धंस गई और खाई की ओर गिरने से बच गई। यात्रियों में हड़कंप मच गया। स्थानीय विनोद जोशी, अनिल जोशी, भुवन, मनोज आदि ग्रामीणों की मदद से बस को निकालने का प्रयास किया गया। बाद में अल्मोड़ा डिपो से क्रेन मंगाई गई। करीब दो घटे की मशक्कत के बाद बस को मलबे से निकाला जा सका। तब चार घंटे से फंसे यात्रियों ने राहत की सांस ली। बस को गंतव्य के लिए रवाना किया गया।