200 महिलाओं ने बढ़ाए आत्मनिर्भरता की ओर कदम
अल्मोड़ा के रानीखेत क्षेत्र के ताड़ीखेत ब्लाक की मातृशक्ति ने आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया है।
संस, रानीखेत : ताड़ीखेत ब्लाक के सुदूर मंडलकोट क्षेत्र की मातृशक्ति ने आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा लिए है। यहां करीब 200 महिलाओं ने हर्बल अगरबत्ती व धूप निर्माण को आजीविका का साधन बना स्वरोजगार शुरू कर दिया है। साथ ही विकासखंड के अन्य गांव की महिलाओं के लिए नजीर पेश की है।
श्रीकेदार बद्रीश्रम समिति की पहल पर दूरस्थ मंडलकोट गांव में महिलाओं के लिए स्थापित इकाई का शुभारंभ पूर्व ब्लॉक प्रमुख एवं जिला पंचायत सदस्य धन सिंह रावत तथा भाजपा प्रदेश सहमीडिया प्रभारी विमला रावत ने संयुक्त रूप से किया। श्रीकेदार बद्रीश्रम समिति अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी ने गाव में कंप्यूटर सेंटर तथा सिलाई सेंटर भी स्थापित किया है। इसका मकसद आसपास के गावों की महिलाओं को आजीविका से जोड़ आत्मनिर्भर बनाना है। इससे पूर्व श्रम समिति अध्यक्ष राजेंद्र, विमला रावत, दिनेश आर्या, मीना बहुगुणा मचखाली तथा ताडी़खेत ब्लॉक के दुभड़ा आदि गावों में जाकर महिलाओं को हर्बल धूप बनाने का प्रशिक्षण दे चुकी हैं।
मुख्य अतिथि जिपं सदस्य धन सिंह रावत ने कहा कि समिति की पहल आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में अच्छी पहल है। इस दौरान हेमा नेगी, भावना मेहरा, संस्थापक मीना बहुगुणा, सदस्य विक्त्रम कुमार, रमेश चंद्र व दिनेश चंद्र, ललित पाडे, पंकज मेहरा, रंजीत बिष्ट, हेमंत अधिकारी, नारायण मेहरा, बचे सिंह बिष्ट, रमेश राम, गोविंद, मनोज, कैलाश, चंदन आदि मौजूद रहे।
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ऐसे बनेगी धूप
देवदार की लकड़ी, भूसा, गाय का गोबर, सुमैया व पदम (पइया) के पत्ते, पाती, बिटोरा निरपाती के पत्ते आदि को इकट्ठा कर चूर्ण से हर्बल धूप तैयार की जाएगी। मिश्रण को सुखाने के बाद मशीन के जरिये सुगंधित धूप बनाई जाती है।