पशुपालकों का 12.50 लाख दबाए बैठा है दुग्ध संघ
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : पशुपालन से गुजरबसर कर रहे ग्रामीण दुग्ध संघ की कारगुजारियों से खासे
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : पशुपालन से गुजरबसर कर रहे ग्रामीण दुग्ध संघ की कारगुजारियों से खासे त्रस्त हैं। दूध का क्रय मूल्य बढ़ाए जाने की पुरानी मांग तो ठंडे बस्ते में है ही, आठ दुग्ध समितियों को करीब 12.50 लाख की प्रोत्साहन राशि का भुगतान तक नहीं किया जा सका है। नतीजा, उपेक्षा से आहत जनपद में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन करने वाले पशुपालक आंदोलन का मूड बनाने लगे हैं।
दुग्ध उत्पादक विकास संगठन की सोमवार को दुधोली में बैठक हुई। इसमें प्रोत्साहन राशि के भुगतान का मुद्दा जोरशोर से उठा। नाराज पशुपालकों ने कहा कि दूध का क्रय मूल्य 40 रुपये प्रति लीटर किए जाने, सचिवों को देय 50 पैसा प्रति लीटर की दिसंबर से रुकी प्रोत्साहन राशि का भुगतान तथा दूध का भुगतान 15 दिन अथवा एक माह के भीतर किए जाने की पुरजोर मांग उठाई गई। तय हुआ कि सप्ताह के भीतर सभी देयकों का भुगतान न किया गया तो तहसील का घेराव कर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
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ऐसे तो आने से रही श्वेतक्रांति
विकासखंड की दुधोली, नायल, खोलियाबाज, टोढरा, कुंथ्याड़ी, सुरना, मटेला व बिंता दुग्ध समितियों से प्रतिदिन करीब 1050 लीटर दूध अल्मोड़ा दुग्ध संघ को आपूर्ति किया जाता है। इस पर चार रुपये प्रति लीटर की प्रोत्साहन राशि सरकार की ओर से पशुपालकों को दी जाती है। मगर बीते अक्टूबर से भुगतान नसीब ही नहीं हुआ है। दस माह की रुकी प्रोत्साहन राशि 12.50 लाख रुपये से अधिक है।
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ये रहे मौजूद
संगठन अध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट, त्रिभुवन चंद्र तिवारी, डूंगर सिंह, विपिन हर्बोला, गोविंद प्रसाद, मोहन सिंह, भुवन चंद्र, कैलाश चंद्र, मोहन चंद्र, नंदन सिंह, गिरधर सिंह, भूपाल सिंह आदि।