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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों को रोजगार से जोड़ेंगा यंग स्किल्ड इंडिया, शुरू होंगे मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स

काशी विद्यापीठ ने मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है I कोर्स की अवधि छः माह की होगी | इसके लिए अर्थशास्त्र विभाग व एडटेक कंपनी यंग स्किल्ड इंडिया (वाईएसआईआईडी सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (भारत सरकार) के साथ एक समझौता भी किया गया हैI

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 18 Nov 2021 03:38 PM (IST)Updated: Thu, 18 Nov 2021 03:38 PM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों को रोजगार से जोड़ेंगा यंग स्किल्ड इंडिया, शुरू होंगे मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने "मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स" शुरू करने का निर्णय लिया है I

जागरण संवाददाता, वाराणसी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छात्रों को रोजगार से जोड़ने के लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने "मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स" शुरू करने का निर्णय लिया है I कोर्स की अवधि छह माह की होगी | इसके लिए अर्थशास्त्र विभाग व एडटेक कंपनी यंग स्किल्ड इंडिया (वाईएसआईआईडी सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, (भारत सरकार) के साथ एक समझौता भी किया गया हैI

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इस कोर्स को स्नातक और परास्नातक कोर्स मे जोड़ने से शिक्षा की गुणवक्ता बढ़ जाएगी और एनएएसी (NAAC) और यूजीसी की अपेक्षा के अनुसार 75 प्रतिशत युवाओं को रोजगार के लिए तैयार किया जा सकता है। अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजेश पाल ने बताया की इसमें इस कोर्स में आनलाइन कक्षाएं चलेंगी। इसमें मैनेजमेंट प्रोफेसर्स और इंडस्ट्री विशेषज्ञों की टीम छात्रों को पढ़ाएंगें, जिनमें मुख्यरूप से सेल्स, मार्केटिंग, एचआर, फ़ाइनेंस से स्पेशलाइज़ेशन से जुड़े लोग शामिल रहेंगे I कोर्स 90 फीसद प्रैक्टिकल, केस स्टडी बेस्ड पर आधारित रहेगा I उन्होंने विश्वास जताया कि यह कोर्स छात्रों को रोजगार से जोड़ने में सहायक साबित होगी । बताया कि यंग स्किल्ड इंडिया के प्रोग्राम "मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स" को विश्वविद्यालय के सभी विभागों में भ वर्कशाप/ वेबिनार सहित अन्य शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जाएंगी ताकि विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जा सके । कहा कि "प्रबंधन कौशल" सीखने के बाद युवाओं और महिलाओं मे नए आत्मविश्वास का संचार होगा और वो स्वयं को रोजगार पाने और स्टार्टअप के माध्यम से दूसरों को रोजगार देने मे सहायता कर पाएंगे। 

बताया कि वैश्विक बेरोजगारी के पीछे मूल कारण उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं और महिलाओं के बीच उनकी नियमित डिग्री के अलावा "प्रबंधन कौशल" की कमी है, यह एक बुनियादी आवश्यकताहै जो सभी नौकरियों के लिए अनिवार्य है। स्टार्टअप या छोटे व्यवसायों को शुरू करने और उनकी सफलता के लिए जरूरी, मैनेजेमेंट की शिक्षा भारत समेत पूरे विश्व मे बहुत महंगी है, इस कारण ये अधिकतर लोगों के लिए कठिन हो जाता है। अनेक कंपनियां उन्ही स्नातक और परास्नातक को नौकरी ऑफर करना  पसंद करते हैं जो "मैनजमेंट स्किल्स" मे पारंगत हैं क्योंकि यह उनकी व्यावसायिक जरूरतों के लिए फायदेमंद होता है। मैनेजमेंट स्किल्स की जरूरत हर कहीं होती है, चाहे वो व्यवसायिक क्षेत्र मे हो या साधारण जीवन मे, क्षेत्र चाहे छोटे व्यवसाय का हो या बड़े व्यवसाय का ,  मैनेजमेंट स्किल्स की आवश्यकता हर कहीं होती है। ये वास्तव मे व्यवसाय के हित मे सुधार लाता है और देश के आर्थिक विकास मे मानव पूंजी का योगदान देता है।


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