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World Toilet Day : PM Modi ने रखी थी मजदूर के घर में 'शौचालय' की नींव तो मिला 'इज्‍जतघर' का नाम

पीएम नरेंद्र मोदी ने एक मजदूर अरविंद के घर के बाहर शौचालय की नींव रख कर काशी में शौचालय बनाने की प्रेरणा दी थी। अरविंद ने शौचालय को इज्‍जतघर का नाम दिया और आज देश भर में यह नाम लोगों की जुबान पर ओडीएफ के साथ ही जुड़ गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 02:44 PM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 05:41 PM (IST)
World Toilet Day : PM Modi ने रखी थी मजदूर के घर में 'शौचालय' की नींव तो मिला 'इज्‍जतघर' का नाम
अरविंद ने शौचालय को इज्‍जतघर का नाम दिया और आज लोगों की जुबान पर स्‍वच्‍छता की पहचान बन गया है।

वाराणसी,जेएनएन। काशी के लिए 23 सितंबर 2017 का दिन किसी इतिहास से कम नहीं है। देश भर में खुले में शौच से मुक्ति के अभियान (ओडीएफ) को इसी शहर ने इज्‍जतघर का नाम दिया था। शहर के शाहंशाहपुर की मुसहर बस्ती में पीएम नरेंद्र मोदी ने एक मजदूर अरविंद के घर के बाहर शौचालय की नींव रख कर काशी में शौचालय बनाने की प्रेरणा दी थी। अरविंद ने ही शौचालय को इज्‍जतघर का नाम दिया और आज देश भर में यह नाम लोगों की जुबान पर ओडीएफ के साथ ही जुड़ गया है। आज इज्‍जतघर का नाम देने वाले अरविंद को कुछ ही लोग जानते होंगे मगर काशी के लिए यह दिवस किसी प्रेरणा से कम महत्‍व नहीं रखता।   

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यकीन ही नहीं हुआ था आएंगे पीएम 

शाहंशाहपुर के अरविंद ने जागरण को बताया कि 'कुछ लोग पीएम के दौरे से पूर्व घर आए, उन्होंने मेरी झोपड़ी देखकर पूछा- टॉयलेट को बाहर जाते हो? जवाब में - हां सुनने बाद लोगों ने अरविंद को बताया कि 23 सितम्बर 2017 को खुद पीएम यहां आएंगे और फावड़ा चलाएंगे।' यह सब सुनकर अरविंद को यकीन ही नहीं हुआ था। दरअसल, जिला प्रशासन की ओर से अधिकारियों ने इस परिवार का चयन किया था। अरविंद ने जागरण को बताया कि वर्ष 2013 में मेरी शादी हुई थी, एक छोटी बेटी है। टूटी हुई झोपड़ी थी, जिसे अधिकारियों के कहने पर लोगों की मदद से हटा दिया। उम्‍मीद ही नहीं थी कि पीएम के प्रयास से घर तो मिलेगा ही साथ ही इज्‍जतघर सरीखी इज्‍जत भी मिलेगी और रहने के लिए घर के साथ लोग देश भर में भी लोग पहचानेंगे। कहा कि कई जन्मों के लिए भी नहीं सोचा था कि पीएम खुद मेरे दरवाजे आएंगे और मुझे ऐसा तोहफा देंगे।

बोले थे पीएम नरेंद्र मोदी 

अरविंद के घर शौचालय की बुनियाद रखने के बाद पीएम ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि - 'मैं शाहंशाहपुर में शौचालय की नींव रखने गया था। वहां मैंने देखा कि उन्होंने शौचालय का नाम 'इज्जतघर' दिया। मुझे बहुत अच्छा लगा। जिसे भी अपनी इज्जत की चिंता है, वह जरूर इज्जतघर बनाएगा। 

आज वाराणसी से शौचालय को मिला इज्‍जतघर का नाम जन जन की जुबान की पहचान बन गया है। इसके लिए वाराणसी के सांसद पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयास को जितना महत्‍व मिलना चाहिए उससे अधिक अरविंद की भी पहचान इस शब्‍द को देने की वजह से बनी हुई है। 

पीएम ने पूछा था-  कैसा लगा तोहफा?

पीएम नरेंद्र मोदी ने मजदूरी करने वाले अरविंद काे शौचालय का तोहफा देकर पूछा था कि - अब कैसा लग रहा है शौचालय का गिफ्ट पाकर? तो अरविंद ने जवाब दिया था, "बस, आपको देखकर सबकुछ मिल गया।" इसके बाद पीएम ने उनसे कहा कि स्वच्छता अब तुम्हारी भी जिम्मेदारी है। उस समय पास खड़ी एक और महिला से पीएम ने पूछा था "बाहर शौचालय जाने में खराब लगता है न, अब बाहर मत जाना।'' इस पर महिला ने जवाब दिया था  "साहब! बहुत बड़ा काम आपने किया है, इतनी इज्जत देकर। आप हमारे लिए भगवान हैं, हमारे पास अब कोई घर नहीं है।' इस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया था कि, "जल्दी ही हो जाएगा। स्वच्छता रखोगी तो बीमार नहीं पड़ोगी, बच्चे सुरक्षित-स्वस्थ रहेंगे।"


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