विश्व पर्यावरण दिवस पर बन रहा त्रिसंयोग, करें जन्म नक्षत्र और राशि के अनुसार पौधारोपण, मिलेगी समृद्धि
जन्म नक्षत्र एवं राशि के अनुसार पौधों का रोपण करने से अपने जीवन में आ रही बाधाओं से मुक्ति पाने के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी सहयोगी बन सकते हैं। उनके अनुसार चंद्रमा मंगल की राशि मेष को छोड़कर वृषभ में प्रवेश करेंगे।
वाराणसी, जेएनएन। विश्व पर्यावरण दिवस पर चंद्र एवं मंगल की राशि में परिवर्तन हो रहा है। इस अंगारक युति पर अपने जन्म नक्षत्र एवं राशि के अनुसार पौधों का रोपण करना चाहिए। जिससे सुख और समृद्धि मिलती है। ख्यात ज्योतिषाचार्य आचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री के अनुसार इस बार विश्व पर्यावरण दिवस पर त्रिसंयोग बन रहा है। चंद्र एवं मंगल की राशि परिवर्तन के साथ वर्षों बाद ऐसी युति बन रही है।
इसमें जन्म नक्षत्र एवं राशि के अनुसार पौधों का रोपण करने से अपने जीवन में आ रही बाधाओं से मुक्ति पाने के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी सहयोगी बन सकते हैं। उनके अनुसार चंद्रमा मंगल की राशि मेष को छोड़कर वृषभ में प्रवेश करेंगे। मंगल मिथुन राशि को छोड़कर चंद्रमा की राशि कर्क में प्रवेश करेंगे। यह अंगारक युति देश एवं संपूर्ण भारतवर्ष के लिए ठीक नहीं है। यह राजनीतिक भूचाल, भारी बर्फबारी-वर्षा, प्राकृतिक आपदा का सूचक है। इससे बचने के लिए सभी लोग अपने राशि एवं नक्षत्र के अनुसार पौधों का रोपण करें।
जन्म नक्षत्र पौधा
1- अश्विनी कुचिला, बांस
2- भरणी आँवला ,फालसा
3- कृतिका गूलर
4- रोहिणी खैर
5- मृगशिरा खैर
6- आद्रा रेशम, बहेड़ा
7- पुनर्वसु बांस
8- पुष्य पीपल
9 - आश्लेषा। नागकेसर,गंगेरन
10- मघा बरगद
11- पूर्वाफाल्गुनी ढांक
12 - उत्तराफाल्गुनी पाकड़ , रुद्राक्ष ।
13 - हस्त रीठा
14- चित्रा बेल , नारियल
15- स्वाति अर्जुन
16- विशाखा कटाई , बकुल
17- अनुराधा मौलश्री
18- ज्येष्ठ चीड़ , देवदारु
19 - मूल साल
20- पूर्वाषाढ़ा अशोक
21 - उत्तराषाढ़ा कटहल , फालसा
22- श्रवण मदार ( आक)
23- धनिष्ठा शमी
24 - शतभिषा कदम्भ
25 - पूर्वा भाद्रपद आम
26- उत्तराभाद्रपद। नीम
27- रेवती महुआ
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राशि नाम पौधे
मेष खादिर
वृष गूलर
मिथुन अपामार्ग
कर्क पलाश
सिंह आक
कन्या दुर्बा
तुला गूलर
बृश्चिक खादिर
धनु पीपल
मकर शमी
कुम्भ शमी
मीन कुश