161 रुपये में नहीं मिल रहे ऊन, स्वेटर बांटने की तैयारी, बच्चों को अब भी स्वेटर का इंतजार
ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। वहीं परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को अब तक स्वेटर नहीं मिल सका है।
वाराणसी, जेएनएन। ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। वहीं परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को अब तक स्वेटर नहीं मिल सका है। हालांकि जेम पोर्टल के माध्यम से 161 रुपये की दर से स्वेटर के लिए क्रय आदेश अक्टूबर में ही जारी किए जा चुके हैं। जबकि शासन की ओर से स्वेटर की अधिकतम मूल्य 200 रुपये निर्धारित है। ऐसे में अधिकतम मूल्य से 39 रुपये कम दर पर स्वेटर के लिए टेंडर हुआ है। उधर स्वेटर बंटने से पहले ही गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे हैं। अध्यापकों का कहना है कि वर्तमान महंगाई के दौर में 161 रुपये ऊन नहीं मिल रहा है। ऐसे में इतने कम दर में अच्छी क्वालिटी का ऊनी स्वेटर मिलना मुश्किल है। यह स्वेटर कितना गर्म करेगा यह आने वाले समय ही पता चलेगा। बहरहाल जनपद के 1368 परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत 184646 बच्चों को स्वेटर इंतजार है। बच्चों में स्वेटर को लेकर उत्सुकता बनी हुई है।
बच्चों ने किया वापस
काशी विद्यापीठ ब्लाक से इसकी शुरूआत भी कर दी गई है। गत चार नवंबर को बीएसए जय सिंह में अंग्रेजी माध्यम के प्राइमरी स्कूल में दस बच्चों को स्वेटर वितरित कर शुभारंभ किया था। वहीं हेडमास्टर प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि छोटा स्वेटर होने के कारण बच्चों ने स्वेटर वापस कर दिया है। इसके बाद बच्चे स्वेटर का इंतजार कर रहे हैं।
मैरुन रंग का चार साइजों में होगा स्वेटर
-कक्षा एक व दो के बच्चों के लिए 'एस' साइज
-कक्षा तीन व चार के बच्चों के लिए 'एम' साइज
-कक्षा पांच व छह के बच्चों के लिए 'एल' साइज
-कक्षा छह से आठ के बच्चों के लिए 'एक्सएल साइज'