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Coronavirus संकट से बचाव के लिए chandauli की महिलाएं तैयार करेंगी 1.30 लाख मास्क

चंदौली में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को 1.30 लाख मास्क बनाने की जिम्मेदारी मिली है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 11 Apr 2020 05:20 PM (IST)Updated: Sat, 11 Apr 2020 05:20 PM (IST)
Coronavirus संकट से बचाव के लिए chandauli की महिलाएं तैयार करेंगी 1.30 लाख मास्क
Coronavirus संकट से बचाव के लिए chandauli की महिलाएं तैयार करेंगी 1.30 लाख मास्क

चंदौली, जेएनएन। हर व्यक्ति के लिए सरकार ने मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है, लेकिन बाजार में यह उपलब्ध नहीं। हालांकि स्वयंसेवी संगठन हैंड मेड मास्क लोगों में वितरण कर रहे लेकिन वह नाकाफी हैं। उधर लॉकडाउन की वजह से रोज कमाने खाने वालों से रोजगार ऐसा छिना कि वे न इधर के रहे न उधर के। वैसे सरकार उन्हें खाद्यान्न समेत अन्य योजनाओं से लाभान्वित कर रही रोजगार का भी अवसर दे रही। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को 1.30 लाख मास्क बनाने की जिम्मेदारी मिली है। वे गांव-गांव मास्क बनाकर देंगी, इसके एवज में उन्हें एक मास्क पर पांच रुपये मेहनताना मिलेगा। इसके लिए 16225 मीटर कपड़ा खादी भंडार उपलब्ध कराएगा। 2500 मीटर कपड़ा महिलाओं को उपलब्ध हो गया है।

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कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने को हर व्यक्ति मास्क की डिमांड कर रहा है। दुकानों पर सस्ता मास्क भी ऊंचे दामों पर बिक रहा है। उसकी भी व्यापक कमी है, लेकिन इस कमी को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाएं हैंड मेड मास्क से पूरा करेंगी। इस मास्क की विशेष क्वालिटी यह कि यह तीन लेयर के हैं। प्रयोग करने के बाद इसकी धुलाई कर प्रयोग में लिया जा सकता है। खादी भंडार से एक मास्क का कपड़ा आठ रुपये में पड़ रहा है। ग्राम पंचायतों को यह 13 रुपये का पड़ेगा। इसमें महिलाओं को प्रति मास्क पांच रुपये मेहनताना मिलेगा।

दो सौ महिलाओं को मिला रोजगार

सिलाई-कढ़ाई, कटाई में दक्ष जिले की दो हजार स्वयं सहायता समूह की महिलाएं हैं। लेकिन फिलहाल दो सौ महिलाओं को इस कार्य में लगाया गया है। 2500 मीटर कपड़ा मिल जाने से वे मास्क बनाने में दिन-रात जुटी हैं। आबादी के हिसाब से मास्क का पैकेट जिलाधिकारी के निर्देशन में ग्राम पंचायतों को दिया जाएगा।

एक मीटर में बनेंगे 12 मास्क

खादी भंडार द्वारा उपलब्ध कराए गए कपड़े में दस से 12 मास्क बनकर तैयार होंगे। मास्क की साइज ऐसी रहेगी कि नाक और मुंह पूरा ढक जाएगा। कोने पर दो फीते भी लगेंगे ताकि उसे सिर के पीछे बांधा जा सके।

महिलाएं दिन, रात कार्य में जुटी हैं

कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने मास्क तैयार करने का कार्य दिया है। महिलाएं दिन, रात कार्य में जुटी हैं। पहली खेप में 2500 मीटर कपड़ा मिला है, दो-चार दिन में यह बनकर तैयार हो जाएगा। सरकार के प्रयास से महिलाओं को घर बैठे रोजगार मिल गया है।

-एमपी चौबे, उपायुक्त स्वत: रोजगार।


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