Varanasi Weather Forecast दो दिन में 10 डिग्री गिरा तापमान, बंगाल की खाड़ी से आ रही पुरुवा हवा
Varanasi Weather Forecast मौसम में बदलाव के कारण दो दिन में ही अधिकतम पारे में करीब 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
वाराणसी, जेएनएन। Varanasi Weather Forecast News Update पिछले सप्ताह से लगातार बढ़ रहे तापमान में अब ब्रेक लग गई है। मौसम में बदलाव के कारण दो दिन में ही अधिकतम पारे में करीब 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। इसके कारण भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। वहीं न्यूनतम तापमान में गिरावट से रात में भी राहत मिली है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही पुरुवा हवा के कारण बारिश की संभावना अभी भी बनी हुई है। शुक्रवार को भी सुबह से भीषण गर्मी से राहत है।
अगर बारिश होती है तो स्थिति और बेहतर होगी
बुधवार की शाम को तेज हवा के एवं बूंदाबांदी से मौसम में नमी आ गई है। उम्मीद भी कि गुरुवार को बारिश होगी, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि धरती से एक किलो मीटर तक पुरुवा हवा चल रही है। वहीं इसके ऊपर पछुआ हवा चल रही है। दोनों के टकराने के बाद एक-दो दिन में बारिश की संभावना बनी हुई है। बताया कि वैसे भी मौसम में आए बदलाव के कारण तापमान में एकाएक काफी गिरावट हुई। अगर बारिश होती है तो स्थिति और बेहतर होगी।
वाराणसी में तापमान
36.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान
24.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान
आंधी ने मचाई तबाही, पेड उखडे व दबे पेड
वहीं सोनभद्र के घोरावल तहसील क्षेत्र के कई गांव में गुरुवार की रात आठ बजे आई आंधी तूफान व बरसात ने तबाही मचा दी। जिसमें लोगों का नुकसान हुआ।साथ ही बिजली के खंभे भी कहीं-कहीं पर झुक गए और कहीं पर टूट गए। पूरी रात से लेकर सुबह तक विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ठप रही। घोरावल से सिरसाई तक रास्ते मे पेड़ गिर जाने से आवागमन बाधित हुआ। ओदार कुस्महा बकौली मुड़ीलाडीह औराही मोराही मझिगवां खुटहनिया तिलौली कला जोगिनी बैडाड अहरौरा धनावल गुरेठ राजीन बन्धा सोतिल समेत कई जगह पर आंधी से पेड़ गिर गये एवं कई घरों की सीमेंट सीट उड़ गई। साथ ही आम के फल धराशाई हुए। जोगिनी के जीत नारायन के ट्रैक्टर पर आम का पेड़ गिर गया जिससे ट्रैक्टर दबकर नुकसान हो गया।मझिगवां के बेचन प्रसाद के मवेशी ओसार में बंधे थे।पास का यूकोलिप्टस का पेड़ उसी पर गिर पड़ा। संयोग था कि लोग जग रहे थे और मवेशियों को किसी प्रकार से बाहर निकाल लिए।