माैसम : पूर्वांचल भर में मेघों का घना साया, सूरज भी दिन में चांद बना नजर आया
समूचे पूर्वांचल भी में गत चार दिनों से जारी और अब शाम व रात में बरसने वाले मेघों का साया रविवार को इतना घना हो गया कि सूर्य भी एकबारगी चांद बना नजर आया।
वाराणसी, जेएनएन। गत 24 जनवरी से शुरू हुई बादलों की आवाजाही अब घनी हो गई है। गत दो दिनों तक शाम व रात में बरसने वाले मेघों का साया रविवार को इतना घना हो गया कि सूर्य भी एकबारगी चांद बना नजर आया। दिन में लगभग 12 बजे आसमान में बादलों के पीछे से झांकते सूरज को देख लोगों को ऐसा ही अहसास हुआ। सूर्य रह-रहकर दिखते रहे, मगर ताप नदारद था। दो दिनों की बारिश के चलते सर्दी में वृद्धि हो गई है। जिससे बच्चों व बुजुर्गों को दिक्कत हो रही। अस्पतालों की ओपीडी में सर्दी-खांसी व बुखार के मरीज बढऩे लगे हैं।
अब कोहरे व धुंध की आशंका : बारिश के चलते धुंध व कोहरे में भी वृद्धि होने की संभावना है। इस सीजन में अभी कोहरा नहीं पड़ा है। हालांकि सुबह कुछ देर धुंध जरूर रहती है।
अभी दिन में गलन करेगी परेशान : बनारस में दो से तीन दिन तक बादल छाए रहेंगे। सर्द हवा के कारण गलन में भी बढ़ोतरी होगी। रविवार को भी सूरज व बादलों में आंखमिचौली होती रही। धूप ने थोड़ी-थोड़ी देर के लिए निकलकर गायब होती रही। ठंडी हवा के कारण शाम को गलन और बढ़ गई जिससे लोग जल्द ही घरों में घुस गए।
29 को पश्चिमी विक्षोभ काझटका: मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि सोमवार-मंगलवार को कुछ देर धूप निकलेगी, मगर ठंड में कमी नहीं होगी। 29 को जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ का एक तेज झटका आएगा। उसका असर बड़े क्षेत्र पर होगा। बनारस में उसका असर एक चार फरवरी तक देखने को मिलेगा।