पूर्वांचल में पछुआ हवा ने बढ़ाई गलन तो गिरा पारा, जानिए कैसा रहेगा आने वाले सप्ताह में मौसम का हाल
पूर्वांचल में मौसम का रुख बदला हुआ है सुबह और शाम को गलन के बीच दिन में धूप भी खिल रही है और ठंडी हवाओं का जोर बना हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मौसम का रुख बदला हुआ है, सुबह और शाम को गलन के बीच दिन में धूप भी खिल रही है और ठंडी हवाओं का जोर बना हुआ है। समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश में जम्मू-कश्मीर से आ रही पछुआ हवा ने गलन और बढ़ा दी है। इसके कारण ठंड अधिक बढ़ गई और तापमान में भी गिरावट हुई है। मंगलवार दोहपर रूक-रूक बादल छाने से परेशानी और बढ़ गई थी। हालांकि बाद में खुलकर धूप होने से थोड़ी राहत भी मिल रही है। मौसम का अमूमन यही रुख बुधवार को भी नजर आया जब सुबह मौसम का रुख गलन वाला रहा आैर ठंडी हवाओं के जोर से लोगों को ठंड का खूब अहसास भी हुआ।
एक-दो दिनों से पूर्वांचल से कोल्ड फ्रंट पास हो रहा है। इसके कारण गलन भरी ठंड बढ़ गई है। रात को और ज्यादा ठंड है। बीते चौबीस घंटों में 6.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम पारा, 19.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम पारा दर्ज किया गया। जबकि 95 प्रतिशत अधिकतम आर्द्रता, 52 प्रतिशत न्यूनतम आर्द्रता दर्ज की गई। यही कारण है कि न्यूनतम तापमान घटकर 6.6 डिग्री सेल्सियस हो गया था, जबकि एक दिन पहले यह आंकड़ा 8.5 डिग्री था। यही स्थिति अधिकतम तापमान में भी है। एक दिन पहले अधिकतम पारा जहां 20.4 डिग्री था वहीं घटकर 19.8 डिग्री सेल्सियस हो गया था।
मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में एक और पश्चिमी विक्षोभ आ गया है। यह 25 जनवरी तक पूर्वांचल में पहुंच सकता है। इसके यहां आने के बाद मौसम में फिर बदलाव होगा। इस बीच गलन भरी ठंड बरकरार रहेगी। उन्होंने बताया कि वैसे भी वसंत पंचमी तक ठंडी की स्थिति ऐसे ही रहने की उम्मीद है। इसके बाद भी राहत मिल सकती है। इस लिहाज से फरवरी से मौसम का रुख सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है।