कोल्ड फ्रंट के असर से पूर्वांचल में बढ़ी गलन, जानिए कैसा रहेगा आने वाले सप्ताह में मौसम का हाल
पूर्वांचल में बीते दो दिनों से कोहरा और बादल की स्थिति में कमी आई है लेकिन कोल्ड फ्रंट के असर से गलन बरकरार है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में बीते दो दिनों से कोहरा और बादल की स्थिति में कमी आई है लेकिन कोल्ड फ्रंट के असर से गलन बरकरार है। सोमवार को भी सुबह से आसमान साफ रहा और दिन चढ़ने के साथ ही धूप भी खिली मगर धूप का असर नहीं दिखा। हालांकि इस समय बादलों का एक घेरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर चुका है। इसका असर आगे बढ़ने पर हालांकि कमजोर हो जाएगा मगर पूर्वांचल तक 24 से 48 घंटों में बादलों का असर आ भी सकता है। इसके बाद पूर्वांचल में ठंड दोबारा दस्तक दे सकती है।
इससे पूर्व रविवार को छुट्टी का दिन होने से लोगों ने बाहर घूमने का प्लान तो बनाया लेकिन सुबह से ही कोल्ड फ्रंट का असर दिखने लगा। कोहरा घना होता गया व ठंडी हवा चलने लगीं। जगह-जगह सड़क किनारे लोग अलाव ताप रहे थे तो कोई दुकान पर ठंड से राहत के लिए चाय की चुस्की ले रहा था। ठंड बढऩे से काफी लोग रजाई में दुबके रहे। ऐसे में पिकनिक का प्लान कैंसिल कर जाड़े के पकवानों का आनंद लेना ही मुनासिब समझा। बीच में धूप निकली जो थोड़ी तेज थी लेकिन कुछ समय बाद ही कोहरे व बादलों की ओट में सूर्यदेव छिप गए।
मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि कोल्ड फ्रंट आने के बाद मौसम ने पलटी मारी। यह स्थिति 20 व 21 जनवरी तक रहेगी। इसमें ठंड व गलन और बढ़ेगी। बीते चौबीस घंटाें में 18.0 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान, 11 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। इस दौरान 91 प्रतिशत अधिकतम आर्द्रता और 77 फीसद न्यूनतम आर्द्रता दर्ज की गई।
गाजीपुर में ठंड से बालक की मौत
गाजीपुर में बहरियाबाद क्षेत्र के चकफरीद ग्राम पंचायत के चौरहापार निवासी अशोक राम के 10 वर्षीय पुत्र अंश की रविवार की रात ठंड लगने से मौत हो गई। अंश की तबीयत शाम से ही खराब थी। स्थिति गंभीर होने पर परिजन सैदपुर सीएचसी ले गये जहां डॉक्टरों ने बताया कि ठंड लगी है, स्थिति गंभीर है। उन्होंने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। वाराणसी ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया।