वाराणसी में हैदराबाद गेट सुसुवाही के पास नाला बनी सड़क, आवागमन तक हो गया बाधित
वाराणसी में करौंदी से सुसुवाही मार्ग पर हैदराबाद गेट के पास सड़क नाले में तब्दील हो गई है। समस्या से परेशान लोग शिकायत से थककर इंटरनेट मीडिया का सहारा लिए और अपना गुस्सा विधायक से लेकर सांसद तक उतारा।
वाराणसी, जेएनएन। करौंदी से सुसुवाही मार्ग पर हैदराबाद गेट के पास सड़क नाले में तब्दील हो गई है। समस्या से परेशान लोग शिकायत से थककर इंटरनेट मीडिया का सहारा लिए और अपना गुस्सा विधायक से लेकर सांसद तक उतारा। करौंदी से सुसुवाही होते हुए बाइपास तक यह सड़क बनने के बाद ही जगह जगह टूट कर गड्ढे में तब्दील हो गई थी। अब तो हालत यह है कि जगह जगह बड़े-बड़े गड्ढे और नालियां बन गई हैं जिस पर चलना जान जोखिम में डालकर चलने के बराबर है। हैदराबाद गेट के पास तो स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि जलनिकासी की नाली और सड़क एक हो गई है यहां बाइक सवार और पैदल चलने वाले गिर रहे हैं।
मंगलवार की सुबह तो ऑटो ही पलट गई लेकिन संयोग अच्छा था किसी को चोट नही आयी। करौंदी आइटीआई से चौराहे तक, महामनापुरी मोड़, सुसुवाही बाजार, नारायणपुर मोड़ और कर्मनबीर के पास सड़क टूटकर धंस चुकी है और खोदे गए गड्ढे जनता की मुसीबत का कारण बन गए हैं। इस सड़क के किनारे जलनिकासी की नाली भी कूड़े से पट चुकी है और लोग सड़क पर ही पानी और सीवर बहाते हैं। सड़क किनारे कूड़े का अंबार लगा रहता है। यहीं पर नानवेज की दुकान चलाने वाले भी कचरा और पानी बहाते हैं।
सुसुवाही से करौंदी तक गेल ने गड्ढे से सड़क कर दिया छलनी
गेल अथॉरिटी की तरफ से करौंदी सुसुवाही मार्ग के दोनों तरफ मशीन द्वारा खोदे गए 50 से ज्यादा गड्ढों से सड़क छलनी हो गई है। अक्टूबर में एक तरफ खोदे गए गड्ढे अच्छे से पाटे नहीं गए और फिर दूसरी तरफ गड्ढे बनाकर छोड़ दिये। करौंदी से लेकर बाइपास तक करीब 50 से ज्यादा गड्ढे खोदे गए हैं जिसमें कभी भी दुर्घटना हो सकती है।
स्थानीय लोगों का इंटरनेट मीडिया पर भड़का गुस्सा
सुसुवाही के रहने वाले विनय राय, दिवाकर बीएचयू, अभय राय, अवनीश सिंह जय सहित कई लोगों ने फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से स्थानीय नेताओं और विधायक पर अपना गुस्सा उतारा है। दिवाकर बीएचयू की पोस्ट को 19 लोगों ने शेयर किया है।युवाओं का कहना है कि ऐसे हाल में तो स्मार्ट सिटी का सपना ही रह जायेगा।पहले यह गांव का क्षेत्र होने के कारण उपेक्षित था लेकिन अब तो नगर निगम की सीमा में है। सबसे बड़ी बात यहां हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं कमरे और लॉज में रहते हैं।ज रूरत के सामान के लिए बीएचयू हॉस्टल और आईआईटी से काफी संख्या में आते हैं।