आसमान से देखेंगे जल संरक्षण की हकीकत, 22 दिन तक पूर्वांचल के जनपदों में हवाई सर्वे करेगा लिडार विमान
नदियों तालाबों और नहरों की वास्तविक स्थिति का सर्वे विशेष विमान लिडार (लाइट डिटेक्शन एंड रैगिंग) से बुधवार को शुरू हो गया।
वाराणसी, जेएनएन। नदियों, तालाबों और नहरों की वास्तविक स्थिति का सर्वे विशेष विमान लिडार (लाइट डिटेक्शन एंड रैगिंग) से बुधवार को शुरू हो गया। विशेष विमान 22 दिन तक एयरपोर्ट से पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में उड़ान भरने के साथ वहां के नदियों व तालाबों को देखेगी। राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के तहत लिडार के माध्यम से नदियों, नहरों और तालाबों आदि का डाटा तैयार किया जाएगा। सर्वे का काम आठ जुलाई तक चलेगा, यदि बीच में बारिश होती है तो सर्वे की तिथि और बढ़ जाएगी।
नदियों, तालाबों और नहरों की वास्तविक स्थिति का विशेष विमान लिडार से सर्वे नौ जून से होना था लेकिन विमान नहीं आने से विलंब हो गया। मंगलवार की शाम विशेष विमान बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। अधिकारियों ने बताया कि यह विमान रोज सुबह सात से शाम 6.30 बजे तक वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, मीरजापुर और भदोही आदि पूर्वांचल के जिलों में सर्वे करेगा। आठ जुलाई तक चलने वाले सर्वे के दौरान रोज विमान शाम को बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेगा। हाईड्रोग्राफिक सर्वेक्षण में नदियों, तालाबों, झीलों में जल विस्तार, गहराई, गति, भूमिगत जल की मात्रा, उपलब्धता आदि की परख होगी। लिडार तकनीकी से यह सर्वे किए जाने से इसके परिणाम सटीक और स्पष्ट आएंगे।
दो साल पहले हुआ था खनिज सर्वे
वाराणसी समेत आसपास के अन्य जनपदों में अप्रैल-2018 में भी ऐसे ही स्पेशल विमान से सर्वे का कार्य किया गया था। हालांकि वह सर्वे भूगर्भ में खनिज संपदा के लिए किया गया था। एविएशन से जुड़े लोगों ने बताया कि सेसना कारवां नामक यह विमान ज्यादातर सर्वेक्षण के काम में ही लिया जाता है। इस विमान में हाई क्वालिटी का कैमरा, स्कैनर और लेजर सहित कई अन्य उपकरण लगे रहते हैं जिनके माध्यम से आसमान में उड़ रहे विमान से ही भूगर्भ में मौजूद जल खनिज पदार्थों की जानकारी मिल जाएगी।
सर्वे करने के लिए विशेष विमान वाराणसी एयरपोर्ट पर आया
गंगा समेत अन्य नदियों का सर्वे करने के लिए विशेष विमान वाराणसी एयरपोर्ट पर आया है। विमान में लगे उपकरणों से नदियों, तालाबों और नहरों की वस्तु स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी हो सकेगी। सर्वे का काम आठ जुलाई तक चलेगा।
-आकाशदीप माथुर, निदेशक वाराणसी एयरपोर्ट।