कार्यों में शिथिलता पाए जाने पर आजमगढ़ मंडल के तीन जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी को चेतावनी
कार्यों में शिथिलता पाए जाने पर तीनों जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को चेतावनी निर्गत करने का निर्देश दिया।
आजमगढ़, जेएनएन। मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने बुधवार को अपने कार्यालय के सभागार में शासन द्वारा निर्धारित विकास प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों, कर-करेत्तर एवं अन्य राजस्व कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा कीं। उन्होंने कार्यों में शिथिलता पाए जाने पर तीनों जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को चेतावनी निर्गत करने का निर्देश दिया, वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय बलिया में कार्यरत एक लिपिक को निलंबित करने के लिए भी निर्देशित किया। पंचायती राज विभाग के कार्यों में प्रगति अत्यंत कम पाए जाने पर तीनों जिलों के डीपीआरओ पर भी नाराजगी व्यक्त की।
मंडलायुक्त ने कहा कि राइसमिलों के संबंद्धीकरण में पूरी सजगता बरती जाए और बिना हैसियत प्रमाण पत्र के मिलरों से अनुबंध नहीं होना चाहिए। आजमगढ़ एवं मऊ में गेहूं के बीज तो आ गए हैं लेकिन बलिया में पीसीएफ की लापरवाही के कारण अभी तक बीज नहीं आया। पीसीएफ के क्षेत्रीय प्रबंधक को बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। तीनों जिलों में जननी सुरक्षा योजना के तहत गत वर्ष के लाभार्थियों का भुगतान अभी भी लंबित है। जबकि पूर्व में ही लाभार्थियों का विवरण पेपर में प्रकाशित कराए जाने का निर्देश दिया गया था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। आशाओं के लिए फार्म प्रिटिंग का टेंडर तो कराया गया लेकिन उसे एनआरएचएम पटल देख रहे लिपिक मुन्ना बाबू द्वारा ने एनआइसी पर अपलोड नहीं कराया गया। इससे दो साल से टेंडर की कार्रवाई नहीं हो सकी। आशाओं की ट्रेङ्क्षनग की धनराशि ब्लाकों पर भेजने में भी लिपिक द्वारा निरंतर बाधा डाली गई। लिपिक मुन्ना बाबू को तत्काल निलंबित करने का निर्देश दिया। प्रभारी मुख्य चिकित्साकारी को निर्देशित किया कि निलंबन के संबंध में कार्रवाई से उन्हें गुरुवार को अवगत कराएं। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल मिशन, गोवंश आश्रय स्थल, स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा में अधिकारियों को निर्देशित किया। इस अवसर पर डीएम आजमगढ़ नागेंद्र प्रसाद ङ्क्षसह, बलिया श्रीहरि प्रताप शाही, एसपी आजमगढ़ प्रो. त्रिवेणी सिंह, बलिया देवेंद्र नाथ, अपर आयुक्त प्रशासन धर्मेंद्र सिंह, आजमगढ़, मऊ एवं बलिया के सीडीओ आनंद कुमार शुक्ला, आलोक कुमार एवं बीएन सिंह सहित संबंधित मंडलीय व जिला स्तरीय अधिकारी थे।