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बनारसी सिल्क साड़ी और हर्बल उत्पादों का लोगों पर जादू, त्‍योहारों में चटख होगा रंग

पीएम ने नारा दिया राष्ट्र के लिए खादी फैशन के लिए खादी। इसी का परिणाम है कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की रुद्राक्ष में लगी राज्य स्तरीय खादी प्रदर्शनी में लोगों ने चार दिन में लगभग 60 लाख रुपये के खादी उत्पाद की खरीदारी कर डाली।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 05:10 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 05:10 PM (IST)
बनारसी सिल्क साड़ी और हर्बल उत्पादों का लोगों पर जादू, त्‍योहारों में चटख होगा रंग
खादी प्रदर्शनी में लोगों ने चार दिन में लगभग 60 लाख रुपये के खादी उत्पाद की खरीदारी कर डाली।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। खादी के धागे-धागे में अपनेपन का अभिमान भरा, माता का इसमें मान भरा अन्यायी का अपमान भरा..., ये पंक्तियां आज से 100 साल पहले ''खादी गीत'' शीर्षक से लिखी गईं जब सन् 1921 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को आमंत्रित किया गया। गांधी जी के स्वागत में सोहन लाल द्विवेदी ने इस गीत को प्रस्तुत। तब से लेकर आज तक खादी ने रेशे-रेशे में भाई का प्यार, मां-बहनों का सत्कार व बच्चों का मधुर दुलार का अहसास कराता आया है। इस और प्रभावी बनाया है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने। खादी को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने नारा दिया ''राष्ट्र के लिए खादी, फैशन के लिए खादी''। इसी का परिणाम है कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की रुद्राक्ष में लगी राज्य स्तरीय खादी प्रदर्शनी में लोगों ने चार दिन में लगभग 60 लाख रुपये के खादी उत्पाद की खरीदारी कर डाली।

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मंडलीय कार्यालय खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर, सिगरा में 17 अक्टूबर से लगी प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त उत्तराखंड, जम्मू एंड कश्मीर, पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र एवं हरियाणा की खादी और ग्रामोद्योगी संस्थाएं तथा पीएमईजीपी ईकाइयां अपने उत्कृष्ट एवं आकर्षक खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों के साथ भाग ले रही है। इस भव्य प्रदर्शनी में लगभग 100 सुसज्जित स्टालों का निर्माण किया गया है।

खादी प्रेमियों के लिए विभिन्न उत्पाद हैं उपलब्ध : सूती खादी, ऊनी खादी, सिल्क खादी, पोली खादी एवं रेडिमेड गारमेंट्स (लेडिज एवं जेंट्स ) जैसे सलवार सूट, शाल, साड़ी, शर्ट, जैकेट, कुर्ता एवं पायजामा इत्यादि। इसमें मुख्य रूप से शर्ट, जैकेट, सिल्क की साड़ी एवं रेडिमेड गारमेंट इत्यादि ग्राहक अधिक पसंद कर रहे हैं। एवं उसकी अच्छी खरीदारी भी की जा रही है।

ग्रामोद्योग उत्पाद ने ग्राहकों पर छोड़ी छाप : ग्राहकाें में प्रदर्शनी में लगे ग्रामोद्योग उत्पाद को भी काफी पसंद किया जा रहा है। कई-कई स्टालों पर तो लोग सामान खरीदने से पहले उसके स्वाद का आनंद भी ले रहे हैं। ऐसा ग्राहकों को कम ही मौका मिलता है जब खरीदारी से पहले उसका स्वाद ले लें। हर्बल उत्पाद, आचार मुरब्बा, पापड़, कश्मीरी शहद, ड्राई फूड्स, मिट्टी से बने कलात्मक एवं सजावटी सामान, कारपेट, चर्म से बने उत्पाद एवं साबुन तेल प्रदर्शनी की शोभा बढ़ा रहे हैँ। मिट्टी से बने कलात्मक एवं सजावटी सामान, फुटवियर एवं लेदर गुड्स के उत्पादों के साथ आचार मुरब्बा ग्राहकों द्वारा जमकर खरीदारी की जा रही है।

बोले अधिकारी : राज्य स्तरीय खादी और ग्रामोद्योगी प्रदर्शनी 31 अक्टूबर तक रहेगी। शनिवार तक 60 लाख की हो चुकी है। ग्राहकों की खादी उत्पाद पहली पसंद बनने से स्थितियां काफी उत्साहजनक हैं। - डा. डीएस भाटी, निदेशक, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग। 


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