महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव परिणाम घोषित, विमलेश पाल अध्यक्ष और संदीप पाल उपाध्यक्ष
वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव के लिए सुबह नौ बजते ही सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरु हो गया। सुबह मतदाताओं की भीड़ काफी कम रही हालांकि दिन चढ़ने के साथ ही छात्रों की भीड़ मतदान करने आने लगी।
वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव के लिए सुबह नौ बजते ही सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरु हो गया। सुबह मतदाताओं की भीड़ काफी कम रही, हालांकि दिन चढ़ने के साथ ही छात्रों की भीड़ मतदान करने आने लगी तो सबके पहचान पत्र जांचने के बाद ही भीतर जाकर मतदान करने की अनुमति दी गई। वहीं दोपहर में एबीवीपी के अध्यक्ष पद प्रत्याशी शशि शेखर ने मतदान केंद्र पर प्रतिद्वंदी उम्मीदवार के बिखरी पड़ी चुनाव प्रचार सामग्री को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और मौके पर मौजूद पुलिस से आपत्ति जाहिर की है।
शाम पांच बजे परिणाम घोषित
दोपहर दो बजे मतदान समाप्त हो गया तो प्रशासन ने राहत की सांस ली। अब शाम तक परिणाम भी मतगणना के बाद जारी कर दिए जाएंगे। विश्वविद्यालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार लगभग 46 फीसद मतदान हुआ है। वहीं शाम पांच बजे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ परिणाम घोषित कर दिया गया। परिणामों में विमलेश पाल अध्यक्ष (सपा), संदीप पाल उपाध्यक्ष (एनएसयूआइ), प्रफुल्ल पटेल महामंत्री (एनएसयूआइ) और आशीष गोस्वामी पुस्तकालय मंत्री (निर्दल) पद पर निर्वाचित हुए। वहीं एबीवीपी की ओर से प्रदर्शन िनिराशाजनक रहा और कोई भी प्रत्याशी प्रमुख पद पाने में सफल नहीं हो सका।
अध्यक्ष (03) | अलोक रंजन, शशिशेखर सिंह व विमलेश यादव |
उपाध्यक्ष (03) | संदीप पाल, संजय कुमार यादव व शशिधर जायसवाल |
महामंत्री (03) | अभय शक्ति सिंह, अमन भारद्वाज व प्रफुल्ल पांडेय |
पुस्तकालय मंत्री (02) | अंकित वर्मा व आशीष गोस्वामी |
कड़ी सुरक्षा व गहमागहमी के बीच महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुरुवार को छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान सुबह नौ बजे से शुरू हो गया। सुबह 11.42 बजे तक 9062 मतदाताओं में से 846 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे। मतदान दोपहर दो बजे तक चला। छात्रसंघ अध्यक्ष विभिन्न पदों पदों के लिए 22 प्रत्याशियों का के भाग्य का फैसला शाम पांच बजे के बाद के बाद हुआ। चुनाव के दौरान परिसर के बाहर और भीतर के नजारे जुदा-जुदा थे। भीतर शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव चल रहा था तो परिसर के बाहर बाहर समर्थकों की नारेबाजी रह रहकर चलती रही।
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान
परिसर और गेट को बैरिकेडिंग के साथ ही पूरी तरह सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया गया। सुबह से ही प्रत्याशी और समर्थक अपने पक्ष में माहौल बनाने के के लिए गेट और आसपास सक्रिय रहे। वहीं दूसरी ओर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद होने की वजह से चुनाव प्रचार जैसी नौबत गेट और परिसर में नहीं रही। मतदान के दौरान शक्ति प्रदर्शन की स्थिति यह रही कि समर्थक चुनाव आचार संहिता की अनदेखी करते रहे। संहिता पर छात्रों का उत्साह भारी दिख रहा है। लिंगदोह की सिफारिशों की मंशा के विपरीत प्रत्याशियों व उनके समर्थकों ने जमकर फोटोयुक्त कार्ड हवा में उड़ाते नजर आए तो नारेबाजी का दौर दोपहर बाद तक जारी रहा।
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वही परिसर में परिचय पत्र व फीस रसीद देखने के बाद ही छात्रों को मतदान स्थल तक जाने की छूट दी जा रही थी। चुनाव के मद्देनजर विद्यापीठ मार्ग (घंटी मिल से इंग्लिशियालाइन तिराहे तक) पर बैरिकेडिंग कर यातायात डायवर्ट कर दिया गया है। उधर विद्यापीठ प्रशासन व पुलिस प्रशासन चुनाव प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराते रहे। दोपहर तक मतदाताओं की भीड़ और गहमागहमी को देखते हुए सतर्कता और बढ़ा दी गई।
महत्वपूर्ण बिंदु : कुल मतदाता 9062, (इसमें 5189 यानी 57 फीसद छात्र और 3873 यानी 43 फीसद छात्राएं। मतदान के लिए 23 बूथ (इसमें दस बूथ छात्राओं के लिए) शामिल।
छात्रों के लिए : मतदान के लिए परिचय पत्र और शुल्क रसीद के मूल कापी अनिवार्य है। मतगणना के तत्काल बाद शपथ ग्रहण। ओमएमआर (आप्टिकल मार्क रीडर) शीट पर चालू होगी। नोटा (कोई नहीं) का विकल्प।