Veer Bahadur Singh Purvanchal University स्थगित यूजी-पीजी की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कल से शुरू
कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की यूजी-पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं बुधवार से दो पालियों में शुरू हो रही हैं।
जौनपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की यूजी-पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं बुधवार से दो पालियों में शुरू हो रही हैं। जिसमें डेढ़ लाख से अधिक छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगे। परीक्षा के दौरान कालेज प्राचार्य, प्रबंधक व प्राध्यापक को परीक्षर्थियों के शारीरिक दूरी के पालन को ध्यान में रखना होगा। सेंटर दोनों पालियों में सैनिटाइज कराए जाएंगे।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय से गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर व हंडिया प्रयागराज के 850 महाविद्यालय संबद्ध हैं। जिनमें अंतिम वर्ष के छात्र छात्राओं की संख्या स्नातक में एक लाख 22 हजार 332 व स्नातकोत्तर में 29 हजार 996 छात्र-छात्राएं हैं। जिनके लिए 795 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा नियंत्रक बीएन ङ्क्षसह ने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों को परीक्षा के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। गेट पर अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर व मास्क की व्यवस्था जरूरी है। एक पाली की परीक्षा संपन्न हो जाने के बाद कमरे व फर्नीचर को सैनिटाइज कराया जाएगा। परीक्षा दो पालियों में होगी। जिसमें कुल एक लाख 52 हजार 328 छात्र हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं भेजी जा चुकी है। इस बार दोनों पालियों के प्रश्नपत्र नोडल केंद्र से सुबह की पाली में ही प्राप्त किए जाएंगे और दोनों पालियों की परीक्षा संपन्न हो जाने के बाद कॉपियों के बंडल नोडल केंद्रों पर जमा होंगे।
यूपी कालेज : प्रबंधतंत्र का फूंका पुतला, की नारेबाजी
यूपी कालेज के छात्रों का बेमियादी धरना लगातार छठे दिन मंगलवार को भी जारी रहा। छात्र उदय प्रताप शिक्षा समिति के सचिव हटाने व छात्रावास खोलने की मांग को अड़े हुए हैं। वहीं छात्रों के आंदोलन को लेकर कालेज प्रशासन भी खामोश है। बहरहाल छात्रों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इस क्रम में छात्रों ने भोजूबीर चौराहे पर प्रबंध समिति का प्रतिकात्मक पुतला भी फूंका। इस दौरान छात्रों ने प्रबंध तंत्र के खिलाफ नारेबाजी भी की। छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले धरना दे रहे छात्रों का मुख्य मुद्दा सचिव को हटावाना है। छात्रों का कहना है कि जब तक सचिव को हटाया नहीं जाता है। तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस क्रम में तीन सितंबर को संस्थापक राजर्षि जू-देव की जयंती को संकल्प दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। छात्रों का दावा है कि उन्हें विभिन्न संगठनों का समर्थन मिल रहा है। इसमें छात्रों, अधिवक्ताओं, सामाजिक संगठन भी शामिल है। हालांकि आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से ही चलाने का निर्णय लिया गया है।