पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के जन्मदिन पर विविध आयोजन, सामूहिक प्रयास से देश को आगे बढ़ाने का संकल्प
पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के जन्मदिन पर नेहरू हाल में भारत रक्षा दल के तत्वावधान में समारोह का आयोजन किया गया।
आजमगढ़, जेएनएन। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के जन्मदिन पर नेहरू हाल में भारत रक्षा दल के तत्वावधान में समारोह का आयोजन किया गया। इसमें शिवप्रसाद शर्मा अंबु के काव्य संग्रह वंदना के स्वर का विमोचन अतिथियों ने किया। संगठन की ओर से कई कार्यकर्ताओं को धन्यवाद पत्र देकर सम्मानित किया गया।
वक्ताओं ने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही देश का समुचित विकास होगा।
वरिष्ठ साहित्यकार डा. कन्हैया सिंह ने कहा कि डा. कलाम का व्यक्तित्व बहुआयामी था तो शिव्रप्रसाद शर्मा अंबु ने राष्ट्र के साथ धर्म पर आधारित रचना कर अपने कवि धर्म का पालन किया है। कला और बंदूक साथ चलती है तो देश का संतुलित विकास होता है। लालसा लाल तरंग ने कहा कि डा. कलाम का मानना था कि आने वाले समय में भारत विकासशील की जगह विकसित राष्ट्र बनेगा। आज वह कल्पना साकार हो रही है और दुनिया में हम काफी सबल हुए हैं। भारद के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव ने संगठन द्वारा किए जाने वाले कार्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि आज हम जो भी कर रहे हैं वह सबके सहयोग से ही संभव हो रहा है। जिला अस्पताल परिसर में भी भोजन की कैंटीन चलाने का प्रयास चल रहा है और जल्द ही शुरू हो जाएगा।
युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं अब्दुल कलाम
सामाजिक संस्था प्रयास की ओर से मेहता पार्क में पूर्व राष्ट्रपति डा. अब्दुल कलाम का जन्मदिन मनाया गया। अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि साधारण परिवार में जन्मे अब्दुल कलाम युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। कलाम साहब के रास्ते पर चलकर महानता को अर्जित किया जा सकता है। उनके शोध आने वाली पीढिय़ों का मार्ग प्रशस्त करती रहेंगी। कोषाध्यक्ष वीरेन्द्र पाठक ने कहा कि कलाम साहब जब जिले में आए थे तो छोटी सी दुकान पर रुककर चाय पी थी। यही सरलता उन्हें औरों से अलग स्थान दिलाती है। उनका सम्पूर्ण जीवन ही आत्मसात करने योग्य है। इस अवसर पर हरिश्चन्द, सुनील यादव, डा. हरगोविन्द विश्वकर्मा, दातादीन मौर्य, डा. प्रवेश कुमार, हरिश्चन्द्र, रामसेवक, सूर्यबलि, अश्वनी आदि मौजूद रहे।
प्राथमिक विद्यालय सरायमीर द्वितीय के प्रांगण में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन समारोह की शुरुआत उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नगर पंचायत के ईओ रंगबहादुर सिंह ने की। इसके बाद सभी बच्चों ने डा. कलाम के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। अब्दुल कलाम के वाक्य को याद करते हुए कहा कि सपने वे नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, बल्कि सपने वे होते हैं जो आपको सोने नहीं देते। इस वाक्य को अगर हम अपने जीवन का लक्ष्य बना लें तो सफलता हमारे कदमों में होगी। प्रधानाध्यापक अभिमन्यु यादव ने कहा कि अगर मनुष्य दृढ़ निश्चय कर ले तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है।