वाराणसी में पांच माह से वेतन नहीं मिलने से तनाव में था जल निगम कर्मी, आकस्मिक निधन
मनोज कुमार शर्मा की मंगलवार को आकस्मिक मृत्यु हो गई है। विभागीय कर्मचारियों का कहना है कि जल निगम में पांच महीने से वेतन/पेंशन बकाया के कारण अपने परिवार के भरण-पोषण व बच्चों की पढ़ाई को लेकर तनावग्रस्त थे। ड्यूटी के दौरान ब्रेन हेमरेज के कारण निधन हुआ।
वाराणसी, जेएनएन। जल निगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, यांत्रिक खंड कोनिया में कार्यरत मनोज कुमार शर्मा की मंगलवार को आकस्मिक मृत्यु हो गई है। विभागीय कर्मचारियों का कहना है कि जल निगम में पांच महीने से वेतन/पेंशन बकाया के कारण अपने परिवार के भरण-पोषण व बच्चों की पढ़ाई को लेकर तनावग्रस्त थे।ड्यूटी के दौरान ब्रेन हेमरेज के कारण निधन हुआ।
वेतन नहीं मिलने से जल निगम के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक् परेशान हैं। मामला लखनऊ में उठा। स्थानीय स्तर पर कई बार प्रदर्शन हुए। कर्मियों ने सांकेतिक तौर पर काम बंद कर विरोध जताया था लेकिन कोई असर नहीं हुआ। कर्मचारी नेता चंद्रशेखर मंडल ने इस घटना को गंभीर बताते हुए शोक व्यक्त किया। साथ ही जल निगम को चेतावनी दी है कि यदि अब भी नहीं चेता प्रशासन तो आमरण अनशन तक् होगा। कहा, बहुत हो चुका। अब स्थित बर्दाश्त के बाहर हो गई है। बताया कि जिस प्रकार लखनऊ में कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने घोषणा की है उस हिसाब से क्रमिक आंदालन 12 फरवरी से ही शुरू होगा। पहले धरना दिया जाएगा, फिर प्रदर्शन होगा।
...तो पेयजल आपूर्ति हो जाएगी बंद
विभागीय कर्मचारी के निधन बाद जिस तरह से सहकर्मी नाराज हैं वे कार्य से भी विरत रह सकते हैं। इससे कई इलाके में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। इसका असर अशोक विहार कालोनी में दिखाई भी देने लगा है। कई दिनों से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है। जिम्मेदार विभाज जल निगम है। फाल्ट को दूर नहीं किया जा रहा है। लोग पानी के लिए परेशान हैं।
नए कार्य भी होंगे ठप
यदि कर्मचारी आंदोलन को आगे बढ़ते हैं तो नए निर्माणकार्य भी प्रभावित होंगे। शाही नाला का कार्य भी रुक जाएगा। कबीरचौरा से मेन पाइप को डाइवर्ट करने का कार्य हो रहा है। शाही नाले की सफाई हो रही है। वरुणापर में पेयजल योजना को गंगा आधारित किया जा रहा है। जल जीवन मिशन की ओर से 93 गांवों में पेयजल योजना पर काम हो रहा है। ये सभी कार्य प्रभावित हो सकते हैं।