वाराणसी में 50 बेड से अधिक क्षमता वाले निजी नर्सिंग होम में चलेगी फ्लू क्लीनिक, मिलेगी दो लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस
वाराणसी में 50 बेड से अधिक क्षमता वाले निजी नर्सिंग होम में फ्लू क्लीनिक चलेगी। अपर मुख्य सचिव कृषि व जनपद के नोडल अधिकारी डा. देवेश चतुर्वेदी ने कही।
वाराणसी, जेएनएन। कोविड व नॉन कोविड अस्पताल के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित हो, ताकि रेफर होकर आने वाले कोरोना मरीजों को आसानी से भर्ती कराया जा सके। इसके किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सुविधा बढ़ाने के क्रम में शासन की ओर से जल्द ही बनारस को दो लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएंगी।
यह बातें शनिवार को कमिश्नरी सभागार में चिकित्सीय सुविधाओं की समीक्षा करते हुए अपर मुख्य सचिव कृषि व जनपद के नोडल अधिकारी डा. देवेश चतुर्वेदी ने कही। उन्होंने 50 बेड से अधिक क्षमता वाले निजी नॄसग होम में फ्लू क्लीनिक संचालित कराए जाने व उनके संपर्क नंबर कोविड कमांड सेंटर में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। कोविड सैंपलिंग जांच दर बढ़ाये जाने पर जोर देते हुए कहा कि एंटीजन विधि से अधिक से अधिक लोगों की सैंपलिंग सुनिश्चित की जाए। वहीं होम आइसोलेशन में रखे गए लोगों की सेहत पर संबंधित स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टर व रैपिड रिस्पांस टीम लगातार नजर बनाए रखें।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दुबे ने एल-1, एल-2 व एल-3 स्तर के कोविड अस्पतालों में बेड, दवा, वेंटिलेटर आदि संसाधनों पर नियमित निगरानी रखे जाने पर जोर दिया। कहा बीएचयू में प्लाज्मा थेरेपी का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए। इस दौरान उन्होंने विशेष सॄवलांस अभियान के दौरान खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ के खोजे गए मरीजों का तत्काल सैंपल सुनिश्चत कराये जाने का निर्देश दिया। अधिकारीद्वय ने इस तरह के अभियान को एक सप्ताह के अंतराल पर नियमित चलने की जरूरत पर बल देते हुए अगला अभियान 29 जुलाई से चलाने का निर्देश दिया। इस अवसर पर कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, बीएचयू अस्पताल के एमएस प्रो. एसके माथुर, सीएमओ डा. वीबी सिंह सहित पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय व ईएसआइ के सीएमएस, डीरेका सीएमओ, हेरिटेज मेडिकल कॉलेज के प्रतिनिधि आदि थे।