Varanasi Zilla Panchayat Chunav 2021 : देर रात 15 प्रत्याशियों को जीत का सर्टिफिकेट
Varanasi Zilla Panchayat Chunav Result 2021 जिला पंचायत सदस्य का परिणाम साेमवार की रात 12 बजे तक प्रशासन की ओर से फाइनल नहीं किया जा सका। ब्लाक पर वोटों की गिनती पूर्ण होने के बाद सभी प्रत्याशियों को इसके लिए रात सात बजे कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय बुलाया गया।
वाराणसी, जेएनएन। Varanasi Zilla Panchayat Chunav Result 2021 : जिला पंचायत सदस्य के लिए विजयी प्रत्याशियों को देर रात जिला मुख्यालय पर प्रमाण पत्र वितरण का कार्य शुरू हुआ। इसे राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर भी घोषित किया जाता रहा। रात लगभग डेढ़ बजे तक वाराणसी से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 15 प्रत्याशियों के नाम विजेता के रूप में दर्ज हुए थे। आयोग को भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर ही विजेता प्रत्याशी के नाम वेबसाइट पर दर्ज किए जाते हैं। इसके अलावा अपना नाम घोषित होने और प्रमाण पत्र के इंतजार में प्रत्याशी व सपा समेत विभिन्न दलों के नेता जिला मुख्यालय पर डटे रहे।
जिला पंचायत वार्ड - उम्मीदवार -प्राप्त वैध मत -- आरक्षण
1 - चोलापुर प्रथम - राधिका -12761 -- महिला
2 - चोलापुर द्वितीय - अजनी नन्दन -5178-- अनारक्षित
3 - चोलापुर तृतीय - बबिता सोनकर -4303- अनुसूचित जाति महिला
4. चोलापुर चतुर्थ - राजेश -5349 - अनारक्षित
5- चोलापुर पंचम - सरोज -6274 -अनुसूचित जाति महिला
6- बड़ागाव प्रथम - अर्चना - 5031 - अन्य पिछड़ा वर्ग
7- बड़ागांव तृतीय- सुनील कुमार वर्मा -8747 '' अनारक्षित
8- बड़ागांव चतुर्थ - शैलेंद्र कुमार यादव- 3750'' अनारक्षित
9- आराजीलाइन्स द्वितीय - रेनू -10706 - पिछड़ा वर्ग
10 आराजीलाइन तृतीय - जितेंद्र सिंह - 5756 अनारक्षित
11- आराजीलाइन्स चतुर्थ - सुनिल कुमार सिंह -8799- अनारक्षित
12 - आराजीलाइन्स पंचम - ललित -7635-- पिछड़ा वर्ग
13 - आराजीलाइन्स षष्टम - दर्शन यादव -6312-- पिछड़ा वर्ग
14- काशी विद्यापीठ चतुर्थ-- चंद्रा यादव-6187 - अन्य पिछड़ा वर्ग महिला
15- हरहुआ तृतीय - पुष्पाजली -6708-- पिछड़ा वर्ग
जिला मुख्यालय पर जमे रहे सपा समेत दलों के नेता
जिला पंचायत सदस्य का परिणाम साेमवार की रात 12 बजे तक प्रशासन की ओर से फाइनल नहीं किया जा सका। ब्लाक पर वोटों की गिनती पूर्ण होने के बाद सभी प्रत्याशियों को इसके लिए रात सात बजे कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय बुलाया गया। बावजूद जीत का सर्टिफिकेट कुछ ही लोगों को जारी किया गया।
इसी बीच हरहुआ ब्लाक के सेक्टर चार के बसपा समर्थित प्रत्याशी के पक्ष में मैसेज वायरल हुआ कि 1265 वोटों से विजयी होने के बाद जब सर्टिफिकेट लेने कलेक्ट्रेट पहुंचे तो बताया गया कि आप 500 मत से चुनाव हार चुके हैं। इसके बाद सपा समेत अन्य दलों के प्रत्याशियों की डीएम व एडीएम फाइनेंस कार्यालय पर जुटान होने लगी। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश मिश्र ने कहा कि सपा के बहुतायत प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य के पद पर जीते हुए हैं। हम सब को विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि भाजपा के लोग मामूली अंतर से हारे हुए अपने लोगों को जीताने के प्रयास में जुटे हैं। परिणाम को लेकर संदेह व्यक्त करना जायज है। निष्पक्ष होता तो अनावश्यक की देर नहीं की जाती। अधिकारी शाम सात बजे प्रमाण पत्र देने के लिए बुलाए और रात 11.30 बजे तक नहीं दिए। कारण भी स्पष्ट नहीं कर रहे हैं। सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव भी मुख्यालय पहुंचे और लेटलतीफी पर संदेह के साथ आपत्ति जताई।
वहीं हरहुआ ब्लाक के सेक्टर नंबर चार के जिला पंचायत सदस्य सेक्टर नंबर चार के बसपा समर्थित प्रत्याशी सुभाष चंद्र जैसल का आरोप है कि मतगणना स्थल पर भाजपा के समर्थित प्रत्याशी से 1265 मतों से विजयी हुए थे। अधिकारियों ने बधाई देते हुए प्रमाण पत्र लेने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचने को कहा। आरोप लगाया कि पहले अधिकारी घंटों प्रमाण पत्र देने में टाल-मटोल करते रहे। बाद में बताया कि करीब पांच सौ वोट से भाजपा समर्थित प्रत्याशी जीत गया है। आपको प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा। प्रत्याशी ने तत्काल पूरे मामले की जांच की मांग की है। इसी प्रकार हरहुआ सेक्टर नंबर एक की सपा समर्थित प्रत्याशी प्रमिला का आरोप है कि ब्लाक पर 41 वोटों से जीत की बात कही गई जब मुख्यालय पर आई तो बताया गया कि निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा समर्थित प्रेमलता सिंह को 102 वोटों से जीतने की बात कही गई। जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र के माध्यम से शिकायत करते हुए जांच की मांग की। कुछ लोगों को एडीएम फाइनेंस की तरफ से रात 12 बजे के बाद प्रमाण पत्र दिया गया वहीं दर्जनों लोग देर रात तक मुख्यालय पर डटे रहे। इस मामले में फोन पर एडीएम से बात करने की कोशिश की गई। मैसेज भी दिया गया पर उन्होंने जवाब नहीं दिया।