वाराणसी नगर निगम ने 60 घाटों पर गहरे पानी का लगाया सूचक साईन बोर्ड, दलहली इलाके में पटरा व प्लेट रखवाया
स्नान करने वाले श्रद्धालु गंगा के गहरे जल में न जाए इसके लिए नगर निगम ने 60 प्रमुख घाटों पर लाल रंग का सूचक साईन बोर्ड लगाया गया है। दलदली व कीचड़ से सने घाटों पर नगर आयुक्त ने लकड़ी का पटरा व लोहे की बड़ी-बड़ी चादर व प्लेट रखवाया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। नगर निगम ने कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में होने वाले स्नान की तैयारियां गुरुवार की देर रात तक पूरा कर लिया। चेंजिंग रूम से लेकर घाटों की साफ-सफाई के साथ ही लाईट आदि की व्यवस्था दुरूस्त कर ली गई। स्नान करने वाले श्रद्धालु गंगा के गहरे जल में न जाए इसके लिए नगर निगम ने 60 प्रमुख घाटों पर लाल रंग का सूचक साईन बोर्ड लगाया गया है ताकि उसके आगे श्रद्धालु न जाएं। उधर, नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने घाटों के निरीक्षण के दौरान सामान्य विभाग को निर्देश दिया कि गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए नदी के कुछ अंदर के हिस्से तक मोटी रस्सी लगाई जाए ताकि लोग अंदर की तरफ न जाए जिससे डूबने का खतरा बिल्कुल न रहे। उधर, दलदली व कीचड़ से सने घाटों पर नगर आयुक्त ने लकड़ी का पटरा व लोहे की बड़ी-बड़ी चादर व प्लेट रखवाया है ताकि लोगों के पैर न धंसे और लोग आसानी से स्नान व दान का काम कर सकें।
भैंसासुर से अस्सी घाट तक देखी साफ-सफाई
नगर आयुक्त प्रणय सिंह भैंसासुर से अस्सी घाट तक निरीक्षण किया और अपने अधीनस्तों को घाटों को चमकाने का निर्देश दिया। कहा कि कोई भी घाट पर कमी न रहे इसके लिए हर कर्मी पूरी तनमयता से लगा रहे। हालांकि इस बार गंगा में बाद में पानी बढऩे से रीवा, तुलसी व अस्सी घाटों पर शिल्ट जमा दिखी जिसे सफाई के लिए अनुबंधित फर्म के क्षेत्रीय प्रबंधक साफ-सफाई का निर्देश दिया। नगर आयुक्त ने घाट से सटी हर गली व सड़क पर विशेष सफाई का निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने देव-दीपावली के बाद अस्सी घाट की पूरी सिल्ट को को हटाने का टारगेट भी अपने अधीनस्तों को दिया। कारण, कि अभी गंगा का पानी घटते स्तर के साथ स्थित हो गया है। उम्मीद है कि और भी पानी घटेगा जिसके बाद सभी सिढिय़ां दिखने लगेंगी। घाटों के आसपास नगर निगम ने 20 अस्थाई पार्क बनाया है जिसे देर रात तक चमकाने का काम जारी था। अस्सी घाट के आसपास के इलाके में नगर निगम ने अतिक्रमण भी हटवाया। सुबह से लेकर देर रात तक कील-कांटे दुरूस्त करने में नगर निगम के कर्मी जुटे रहे।