कोरोना संक्रमण और रिकवर बराबरी पर, सावधानी बरतें तो वाराणसी में इसी माह हार जाएगा कोविड
Corona News Update वाराणसी में कोरोना के संक्रमण और रिकवरी रेट का ग्राफ तैयार किया है। आंकड़ाें को देखें तो 16 जनवरी को संक्रमण दर सर्वाधिक 10.42 फीसद रही तो इसके बाद से वह घटना भी शुरू हो गई।
वाराणसी, शैलेश अस्थाना। दिसंबर से शुरू कोरोना की तीसरी लहर में वाराणसी में सर्वाधिक संक्रमितों की संख्या 14 जनवरी को 666 मिलने के बाद अब इसमें घटते-बढ़ते क्रम में कमी आने लगी है। इस बीच ठीक होने वालों की संख्या भी निरंतर बढ़ती गई और 19 जनवरी को रिकवर होने वालों की संख्या संक्रमित होने वाले 634 के मुकाबले 1023 रही। अगले दिन भी यह 518 के मुकाबले 800 रही। आंकड़ों को देखें तो यह भी पता चलता है कि 17 जनवरी को सक्रिय केस की संख्या सर्वाधिक 4716 रही जो क्रमश: घटते हुए 22 जनवरी तक 3854 पर पहुंच गई है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि अब कोरोना का संक्रमण बहुत प्रभावी नहीं रहा, जितने लोग संक्रमित हो रहे हैं, लगभग उतनी ही संख्या में प्रतिदिन लोग ठीक भी होने लगे हैं। संक्रमण दर कम होती भी दिखी लेकिन बीते दो दिनों 21 व 22 जनवरी को दुबारा बढ़ना शुरू हुई संक्रमण दर ने फिर चिंता को बढ़ा दिया है। चिकित्सकाें का कहना है कि अभी बहुत ही अधिक सावधानी की आवश्यकता है, जिस तरह से कोरोना कमजाेर पड़ता दिखा है, उससे बहुत अधिक उत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है, वरना यह दोबारा भी बढ़ी तो फिर स्थिति चिंताजनक हो सकती है।
जनपद में तीसरी लहर एक दिसंबर से शुरू होने के बाद पूरे दिसंबर माह में संक्रमित मिलते रहे। यह क्रम 10 जनवरी तक चलता रहा। 11 जनवरी से लोगों के स्वस्थ होने का सिलसिला शुरू हुआ जो उत्तरोत्तर बढ़ता गया। 19 जनवरी को सर्वाधिक 1023 लोग स्वस्थ हुए तो रिकवरी रेट 40.51 फीसद रही। अगले दिनों में भले ही स्वस्थ होने वालों की संख्या घटी लेकिन रिकवरी रेट बढ़ती गई जो 22 जनवरी तक 55.34 पहुंची। इस बीच 21 जनवरी को एक संक्रमित की मौत हुई जो पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त था।
सावधानी बरतें तो बनारस में इसी माह हार जाएगा कोरोना
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के जीन विज्ञानी प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने अपने अध्ययन के आधार पर कोरोना के संक्रमण और रिकवरी रेट का ग्राफ तैयार किया है। आंकड़ाें को देखें तो 16 जनवरी को संक्रमण दर सर्वाधिक 10.42 फीसद रही तो इसके बाद से वह घटना भी शुरू हो गई। अगले दिन 8.79 फीसद, 19 जनवरी को 7.93 फीसद, 20 को 7.09 फीसद रही। इन आंकड़ों ने उम्मीद जगाई तो 21 जनवरी फिर संक्रमण दर 8.54 और 22 को 9.81 पहुंच जाने से चिंता बढ़ गई। प्रो. चौबे कहते हैं इस ट्रेंड को देखा जाय तो इससे एक बात तो तय है कि लोग यदि सावधानी बरतें तो इस माह के अंत तक ही कोरोना को हराया जा सकता है।
पीक पर पहुंचकर घट रहा, यह कहना जल्दबाजी
यह वायरस के म्यूटेंट का संक्रमण है। अभी बनारस में संक्रमण को जो ट्रेंड है, वही लगभग पूरे देश में चल रहा है। फिर भी कुछ पाकेट्स ऐसे हैं जहां अभी स्थिति गंभीर है। इसलिए यह कहा जाना कि कोरोना की तीसरी लहर अपने पीक पर पहुंचकर घट रही है, यह जल्दबाजी होगी। अभी मौसम वायरस के अनुकूल है। आगे चुनाव है, लोगों को बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अन्यथा यह सुधरती दर अभी पल्टी भी मार सकती है। हां, यह जरूर है कि लोग यदि सावधानी बरतें तो इसे मात दिया जा सकता है।
-प्रो. सुनित कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग, आइएमएस बीएचयू।
विजयी भव का भाव न रखें, सावधानी बरतें
संक्रमण की दर कम हुई है, रिकवरी रेट बढ़ रही है। इससे अभी बहुत उत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है। हां, यह जरूर है कि दूसरी लहर की अपेक्षा तीसरी लहर उतनी खतरनाक नहीं है। यह विषाणुजनित रोग है। यह भी नहीं कहा जा सकता कि अभी इसके और म्यूटेशन नहीं होंगे। इसलिए विजयी भव का भाव न रखकर सावधान रहने की जरूरत है। यदि प्रकृति ने हमें अवसर दिया है तो मास्क, सैनिटाइजर और शारीरिक दूरी को आदत में बनाए रखें। डरें नहीं, लेकिन बचाव जरूर करें।
-प्रो. जीएन श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष टीबी एंड चेस्ट राेग, आइएमएस, बीएचयू।
एक सप्ताह के आंकड़ों में कोराेना
दिनांक मिले संक्रमित संक्रमण दर स्वस्थ हुए रिकवरी रेट सक्रिय केस
16 जनवरी 606 10.42 फीसद 192 4490
17 जनवरी 521 8.79 फीसद 295 4716
19 जनवरी 634 7.93 फीसद 1023 40.51 4151
20 जनवरी 518 7.09 फीसद 800 48.39 3869
21 जनवरी 624 8.54 फीसद 611 52.19 3881
22 जनवरी 512 9.81 फीसद 539 55.39 3854
23 जनवरी 411 6.43 फीसद 566 59.08 3697