Varanasi City Weather Update : कोहरे और बादल की कैद में पूर्वांचल, ठंडी हवाओं ने कंपाया
पूर्वांचल में बादलों का डेरा होने के बाद अब गलन ने अपने पांव पूरी तरह पसार रखे हैं आसमान से बरतसी ठंड ने रातों को गला रखा है तो सुबह और शाम को तापमान ने लोगों को चिंता में डाल रखा है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में बादलों का डेरा होने के बाद अब गलन ने अपने पांव पूरी तरह पसार रखे हैं, आसमान से मानो बरसती ठंड ने रातों को गला रखा है तो सुबह और शाम को तापमान ने लोगों को चिंता में डाल रखा है। हालांकि, आसमान साफ होने से दिन में अब धूप भी होने लगी है। जबकि धूप का असर इसके बाद भी मामूली ही हो रहा है।
सोमवार की सुबह भी कोहरा और गलन का दौर बना रहा, दिन चढ़ने के साथ ही तापमान में कुछ कमी तो आई लेकिन ठंडी हवाएं लोगों को कंपाती रहीं। आसमान से लगातार तीसरे दिन भी सूरज की रोशनी नदारद रही और गलन ने ऐसा पांंव पसारा कि लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। जबकि दिन चढ़ने के साथ ही आसमान साफ हो रहा है और गलन का स्तर भी दिन में कुछ कम हुआ है। दोपहर में धूप हुई तो लोग धूप भी सेंकने निकले।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम रहा, न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 91 फीसद और न्यूनतम 79 फीसद दर्ज किया गया।
बादल छंटे, लेकिन आज बनारस का पारा आया दो डिग्री नीचे
बनारस में रविवार को पूरे दिन छाए घने बादल सोमवार को तो छंट गए, मगर ठंड व गलन थमने के बजाय बढ़ गए। बनारस का न्यूनतम पारा कल रात के मुकाबले दो डिग्री कम हो गया। इस दौरान कोहरा भी छाया रहा, जिसके कारण सूर्य की किरणें बमुश्किल जमीन पर पड़ पा रहीं हैं। ठंड का सितम इतना घनघोर है कि लोग घरों में ही दुबक कर रहने को मजबूर हो गए हैं। आज आर्द्रता का स्तर भी बढ़कर 95 फीसद पर चला गया, जिससे ओस अधिक रहा। वहीं कोहरे के कारण दृश्यता 500 मीटर रही।
सोमवार का न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री अधिकतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस तक गया। इस बीच अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम और न्यूनतम तापमान में कोई कमी या अधिकता दर्ज नहीं किया गया। वहीं सुबह से हवा भी सात किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही है। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव के अनुसार आज दिन भर कोहरा छाया रहेगा, वहीं देर शाम के बाद कोहरे की मात्रा अधिक होगी, जिससे विजिबिलिटी कम होकर 50 मीटर तक जा सकती है।
वहीं अभी आने वाले कुछ दिनों तक ठंड का सितम ऐसे ही जारी रहेगा। हालांकि तापमान इससे अधिक अब नहीं जाएगा, लेकिन बादल की वजह से मौसम में गलन बरकरार रहेगी। पश्चिमी विक्षोभ के कारण ही बनारस में बादलों का साया रहा, जो कि अब एक-दो दिन में कम हो जाएगा। जबकि पश्चिमी विक्षोभ के असर से आगे भी बादलों की सक्रियता और गलन का दौर कायम रहेगा।