Varanasi City Weather Update : न्यूनतम पारे ने छुआ आसमान, गुलाबी ठंड भी विदायी की ओर
पूर्वांचल में मौसम का रुख पूरी तरह से माह भर से उम्मीदों के विपरीत सामान्य से अधिक तापमान के साथ चल रहा है। वातावरण में पूरी तरह से गर्मी का अहसास अब घुल चुका है। रजाई और कंबल अब पैक हो चुके हैं तो कूलर भी अब निकलने लगा है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मौसम का तल्ख रुख पूरी तरह से माह भर से उम्मीदों के विपरीत सामान्य से अधिक तापमान के साथ चल रहा है। वातावरण में पूरी तरह से गर्मी का अहसास अब घुल चुका है। रजाई और कंबल अब पैक हो चुके हैं तो कूलर भी अब निकलने लगा है और एसी की ठंडक का भी दौर शुरू हो चुका है। दोपहर में वातावरण में गर्म हवाओं का अहसास घुलने के साथ ही अब गर्मी का बखूबी अहसास भी होने लगा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश होने के बाद ही मौसम में बदलाव की उम्मीद है।
मंगलवार की सुबह ठंड में घुली रही लेकिन सुबह सात बजे पूरी तरह सूरज की रोशनी बिखरने के बाद वातावरण में गर्मी का अहसास घुलने लगी। रात का तापमान भी अब बढ़ने लगा है। पारा सामान्य से चार डिग्री तक अधिक होने की वजह से ठंड का असर मात्र सुबह के ही समय दिख रहा है जबकि दिन में शुष्क हवाएं भी मात्र धूल ही उड़ा रही हैं। वातावरण में यह बदलाव का माह भर से जारी क्रम इस सप्ताह टूटने की संभावना मौसम विभाग ने जाहिर की है। मौसम विभाग ने इस सप्ताह बादलों की सक्रियता का अंदेशा जाहिर किया है। बारिश होने के बाद ही वातावरण में बदलाव का दौर आएगा। वहीं तापमान में लगातार अधिकता को देखते हुए उम्मीद है कि सप्तााह भर बाद ही अधिकतम पारा 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम बीस डिग्री की सीमा पार कर जाएगी। इसी के साथ ही गुलाबी ठंड की भी विदायी तय है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा, न्यूनतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 78 फीसद और न्यूनतम 41 फीसद दर्ज की गई। सीजन में यह पहला मौका है जब न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री तक अधिक दर्ज किया गया है और बीस डिग्री के करीब पहुंच गया है। अधिकतम तापमान भी अब 35 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचने लगा है। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार पूर्वांचल में आसमान पूरी तरह से साफ है और आने वाले चौबीस घंटों तक मौसम का रुख ऐसा ही बना रहेगा।