Varanasi City Weather Update : पछुआ हवाओं ने गिराया पारा, अरब सागर से बादलों का आएगा असर
पछुआ हवाओं के साथ दक्षिण पश्चिमी हवाओं का असर होने की वजह से बादल बनने के बाद भी उत्तर की ओर से होकर बादल निकल गए। इसकी वजह से बादल और बूंदाबांदी का दौर तो नहीं आया मगर वातावरण में ठंडी हवाओं का असर जरूर छाया रहा।
वाराणसी, जेएनएन। पछुआ हवाओं के साथ दक्षिण पश्चिमी हवाओं का असर होने की वजह से बादल बनने के बाद भी उत्तर की ओर से होकर बादल निकल गए। इसकी वजह से बादल और बूंदाबांदी का दौर तो नहीं आया मगर वातावरण में ठंडी हवाओं का असर जरूर छाया रहा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख तल्ख होने के बाद बादलों की सक्रियता का भी दौर शुरू हो जाएगा और बादल बारिश भी कराएंगे। इसके पीछे वातावरण में घुली नमी भी बड़ी वजह है। अब अगले 24 से 48 घंटों में आसमान में बादलों की आवाजाही का दौर दोबारा शुरू हो सकता है।
शनिवार की सुबह आसमान साफ रहा और वातावरण में ठंडी हवाओं का असर जारी रहा। ठंडी हवाएं सुबह नौ बजे के बाद भी वातावरण में काबिज रहीं। हालांकि, 11 बजे तक ठंडी हवाओं का असर पूरी तरह खत्म होने के साथ ही वातारण में गर्मी का असर काबिज होने लगेगा। इसके बाद शाम चार बजे तक वातावरण में गमर् हवाओं का रुख बना रहेगा। शाम पांच बजे के बाद वातावरण सूरज की कम होती रोशनी के साथ ठंडा होने लगेगा और रातें पूरी तरह पछुआ हवाओं के असर में आ जाएंगी। दिन में धूप और रात में ठंडी हवाओं का असर होने से मौसमी बीमारियां भी सिर उठाना शुरू कर दी हैं।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 38.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम रहा,न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 55 फीसद और न्यूनतम 41 फीसद दर्ज की गई। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इस सप्ताह के आखिर तक बादलों की दोबारा सक्रियता होगी और बारिश की संभावनाएं भी बनेंगी। वातावरण में पर्याप्त नमी भी हो चुकी है, ऐसे में बादल बनने की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। वहीं अरब सागर से उठने वाले बादल भी मध्य प्रदेश को पार कर उत्तर प्रदेश तक पहुंच रहे हैं। पर्याप्त नमी या लोकल हीटिंग के हालात बूंदाबांदी भी करा सकते हैं।