Varanasi City Weather Update : कमजोर पश्चिमी विक्षोभ से असहनीय हुई बनारस की गर्मी
कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण बनारस में तापमान बहुत तेजी से चढ़ता चला जा रहा है। तपन ने दोपहर तक लोगों के पसीने छुड़ा दिए। तीव्र धूप और गर्म हवा के कारण लोग अब सर से लेकर मुंह तक ढककर निकल रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण बनारस में तापमान बहुत तेजी से चढ़ता चला जा रहा है। तपन ने दोपहर तक लोगों के पसीने छुड़ा दिए। जिस तरह से फरवरी माह में हर रोज बढ़ रही गर्मी अपने सारे रिकार्ड धवस्त की ठीक उसी प्रकार से तपन मार्च के पहले दिन भी काशी की फिजाओं में रही। तेज धूप और गर्म हवा के कारण लोग अब सर से लेकर मुंह तक ढककर निकल रहे हैं। सोमवार को बनारस का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मंगलवार की सुबह आसमान साफ रहा और ठंडी हवाएं भी चलीं और दिन चढ़ने पर सूरज की रोशनी में गर्मी का असर भी हुआ।
दिन में तीव्रतम धूप के साथ गर्म हवाएं भी चली, जिसके प्रकोप से बचने को लोग घरों में एसी व कूलर के सामने बैठे रहे। इस दौरान हवाओं में 62 फीसद नमी दर्ज की गई, जबकि गर्म हवाएं भी 11 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली। इस दौरान सोमवार को बनारस का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री और न्यूनतम तापमान चार डिग्री अधिक रहा। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर बेहद कम हो गया है, जिससे गर्मी तय समय से पहले ही अपना भयानक असर दिखाने लगी है। वर्तमान में तापमान सामान्य से पांच से छह डिग्री ऊपर चला गया है। वहीं दो से तीन दिनों तक यह तापमान दो डिग्री और ऊपर तक जा सकता है। हालांकि उसके बाद संभावना है कि पश्चिमी विक्षोभ कुछ हद तक बढ़े जिससे तापमान में एक-दो डिग्री की कमी देखी जाए। गेहूं और सरसो की कटाई अभी होनी है, इसलिए यह गर्म मौसम उनके लिए खासा नुकसानदायक है। तेज धूप के कारण गेहूं और व सरसो की बालियों का विकास अवरूद्ध हो सकता है। इससे दानों की गुणवत्ता और उत्पादन पर असर पड़ सकता है।
मंगलवार की सुबह आसमान साफ रहा और ठंडी हवाएं भी चलीं और दिन चढ़ने पर सूरज की रोशनी में गर्मी का असर भी हुआ। धूप खिलने पर ठंडी हवाएं खो गईं और वातावरण पूरी तरह शुष्क हो चला। धूप नौ बजते बजते लोगों को चुभने लगी। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मौमस में यह बदलाव आगामी दो चार दिनों तक रहेगा।