Varanasi City Weather Update : पछुआ हवाओं का होने जा रहा जोर, गलन का भी आने वाला है दौर
माैसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले सप्ताह से पछुआ हवाओं का असर पर्याप्त रूप से पूर्वांचल तक पहुंचने के साथ ही ठंडी हवाओं का असर होने लगेगा। जबकि दिन प्रतिदिन तापमान में कमी आने के साथ ही गलन का भी दौर शुरू हो जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मौसम का रुख थोड़ा बदलाव की ओर होने के साथ ही तापमान में उतार चढ़ाव का भी दौर शुरू हो गया है। मौसम विज्ञानियाें के अनुसार पूर्वांचल में हवाओं का रुख बदलने के साथ्ा ही तापमान में उतार चढ़ाव का दौर चल रहा है। जल्द ही यूरोप से चलने वाली ठंडी हवाएं पाकिस्तान से होते हुए राजस्थान के रास्ते शुष्क और गलन भरी हवाएं पूर्वांचल तक पहुंचने लगेंगी। इसी के साथ ही पूर्वांचल भीषण सर्दी की चपेट में आ जाएगा। नवंबर माह की शुरूआत में तापमान में आई कमी की वजह उत्तराखंड में लगातार हो रही बर्फबारी थी। जबकि नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में तापमान में इजाफा दोबारा शुरू होने के साथ ही दिन में धूप का असर भी तल्खी से भरा रहा।
रात को ओस में इजाफा होने के साथ रातें सर्द हो जाएंगी
माैसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले सप्ताह से पछुआ हवाओं का असर पर्याप्त रूप से पूर्वांचल तक पहुंचने के साथ ही ठंडी हवाओं का असर होने लगेगा। जबकि दिन प्रतिदिन तापमान में कमी आने के साथ ही गलन का भी दौर शुरू हो जाएगा। वहीं दूसरे पखवारे से ठंड का असर बढ़ने के साथ ही कोहरे का असर भी पर्याप्त होगा और रात को ओस में इजाफा होने के साथ रातें सर्द हो जाएंगी। रात में तापमान में कमी के साथ ही दिन चढ़ने तक गुनगुनी धूप का असर भी होगा लेकिन तापमान में कमी से धूप की तेजी भी खत्म होती जाएगी।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य रहा, न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम रहा। इस दौरान आर्द्रता अधिकतम 82 और न्यूनतम 72 फीसद दर्ज की गई। जबकि पूर्वांचल के आसपास बादलों की मामूली सक्रियता बनी रहने से हवाओं का रुख नम रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले दिनों में पछुआ हवा का जोर होने के साथ ही दोबारा सर्दियों का लंबा दौर शुरू होगा और गलन का भी पूर्वांचल में असर दिखेगा। वहीं बुधवार की सुबह आसमान साफ रहा और अंचलों में मामूली कोहरे का दौर रहने से ठंड का असर भी दिखा। हालांकि, दिन चढ़ने के साथ ही गुनगुनी धूप का असर हुआ और लोगों को ठंड से राहत भी मिली। जबकि दिन चढ़ने के साथ ही धूप भी खिली मगर धूप की तल्खी नदारद रही।